मध्य प्रदेश में अब शिक्षक बेचेंगे शराब, कांग्रेस ने जताया सख्त ऐतराज
मध्यप्रदेश में शराब ठेकेदारों द्वारा ठेकों को समर्पित किए जाने के बाद कई जिलों में सरकार ही शराब दुकानों का संचालन कर रही है. पहले महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शराब दुकान के संचालन में लगाई गई और अब शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इस पर कांग्रेस ने सख्त ऐतराज जताया है.
भोपाल, 12 जून. मध्यप्रदेश में शराब ठेकेदारों द्वारा ठेकों को समर्पित किए जाने के बाद कई जिलों में सरकार ही शराब दुकानों का संचालन कर रही है. पहले महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शराब दुकान के संचालन में लगाई गई और अब शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है. इस पर कांग्रेस ने सख्त ऐतराज जताया है.
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "मप्र में पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराब. शिवराज सिंह, शर्म नाम की तो कोई चीज ही नहीं बची है। जिन पर प्रदेश की सुरक्षा एवं बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है, उन्हें शराब बेचने का काम सौंप दिया, वाह शिवराज जी वाह. यादव ने अपने ट्वीट के साथ सागर जिले के सहोद्रा राय पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य का आदेश भी संलग्न किया है, जिसके मुताबिक पांच कर्मचारियों की ड्यूटी शराब दुकान में लगाई गई है. यह भी पढ़ें-कोरोना संकट: मध्य प्रदेश में कोविड-19 के 237 नए मरीज पाए गए, राज्य में पीड़ितों की संख्या बढ़कर 9638 पहुंची
इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी महिला पुलिसकर्मियों को शराब बेचने की जिम्मेदारी सौंपे जाने का विरोध करते हुए ट्वीट किया था, "शिवराज जी, आप जब विपक्ष में थे तो प्रदेश में शराब को लेकर खूब विरोध करते थे, खूब भाषण देते थे, शराब को बहन-बेटियों के लिए खतरा बताते हुए उनको साथ लेकर धरने पर बैठते थे. अब तो आपने बहन-बेटियों को ही शराब की दुकानों पर बैठा दिया? इससे शर्मनाक व दोहरा चरित्र कुछ हो सकता है क्या?"