मध्यप्रदेश में सियासी संकट: सीएम कमलनाथ का बड़ा दावा, कहा- चिंता की कोई बात नहीं, सदन में साबित करूंगा बहुमत
सीएम कमलनाथ (Photo Credits: IANS)

भोपाल: मध्यप्रदेश में पिछले एक हफ्ते से शुरू सियासी ड्रामा सोमवार रात उस समय तब और गरमा गई जब सीएम कमलनाथ ने अपने 20 कैबिनेट मंत्रियों का इस्तीफा ले लिया. वहीं मंगलवार की सुबह ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी के साथ ही मध्यप्रदेश में बवाल मचा गया. सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके गुट के 19 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया. जिसके कुछ समय बाद उनके गुट के तीन और विधायकों ने भी अपना इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया. इन विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश की सियासत और गरमा गई. लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने अभी भी हिम्मत नहीं हारी है और सरकार गठन को लेकर ही उनका एक बयान आया है.

मध्यप्रदेश में जारी सियासी संकट पर कमलनाथ ने सोमवार की तरफ मंगलवार को भी  मोहड़ा  संभालते हुए कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है. सदन में बहुत साबित करेंगे और उनकी सरकार प्रदेश में अपना कार्यकाल पूरा करेगी. हालंकि कमलनाथ जिस तरफ से कह रहे है कि वे सदन में बहुत जरूर साबित करेंगे. लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए उनके लिए बहुमत साबित करना इनता आसान नहीं होगा. यह भी पढ़े: क्या गिर जाएगी कमलनाथ सरकार? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की पीएम मोदी से मुलाकात, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल

सीएम कमलनाथ का बयान:

कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफे के बाद बीजेपी के विधायक ना फूटे इसको लेकर बीजेपी की तरफ से सभी विधायकों को भोपाला से बाहर दिल्ली भेजा जा रहा है. वहीं हालात पर नजर रखते हुए  बाकी बचे हुए विधायकों को कांग्रेस बुधवार सुबह मध्यप्रदेश से जयपुर भेजेगी. ताकि उनको तोड़ा ना जा सके.

कांग्रेस अपने विधायकों को भेजेगी जयपुर:

इस बीच कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस्तीफा देने के बाद मंगलवार पूरा दिन गहमा-गहमी का माहौल रहा कि सिंधिया बीजेपी में शामिल होते हैं या नहीं इस पर सब की नजर थी. इस बीच मीडिया उनसे बात भी करने की कोशिश की उनकी तरफ  से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. देर शाम होते- होते जरूर यह खबर आई कि आज वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे बल्कि बुधवार को बीजेपी की वह सदस्यता ग्रहण करेंगे और उसी समय बीजेपी की तरफ से उन्हें यह तोहफा देते हुए ऐलान कर दिया जाए कि बीजेपी उन्हें राज्यसभा के लिए भेजेगी.