भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही दिन बचे हैं. सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी ने दो दिन पहले ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है. उम्मीदवारों की सूचि जारी होने के बाद से ही घमासान शुरू हो गया है. पार्टी ने फिलहाल भोपाल के गोविंदपुरा सीट से किसी भी प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है. बता दें कि यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की परंपरागत सीट है. पहली सूचि में अपना नाम नहीं आने से गौर नाराज हैं और उन्होंने बगावत करने के संकेत दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने सूबे में बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत कड़ी कर दी है.
बता दें कि गोविंदपुरा विधानसभा सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. इस सीट से कई बार गौर विधायक चुने गए हैं मगर पार्टी ने इस बार अभी तक किसी को टिकट नहीं दिया है. 88 साल के बाबूलाल गौर चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं. उन्होंने इशारों-इशारों में पार्टी को बगावत की धमकी भी दे दी हैं. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो बहू कृष्णा गौर गोविंदपुर से निर्दलीय लड़ेंगी और मैं हुजूर से निर्दलीय लड़ने का विचार कर रहा हूं.
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बता दें कि मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से फिलहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही प्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में लड़ेगें. जबकि कांग्रेस के मुख्य चेहरे और मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे दोनों लोकसभा सांसद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी में भी टिकट बंटवारे को लेकर तकरार की खबर आई थी. बताया गया था कि टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंदिया और दिग्विजय सिंह के बीच बहस हुई थी.