मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Election) के नतीजों में कांग्रेस ने बीजेपी को मात दी है. राज्य की 115 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है वहीं 108 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया है. एक ओर कांग्रेस (Congress) सूबे में सरकार बनाने के लिए तैयार है, वहीं बीजेपी कांग्रेस से पिछड़ने के बाद भी हार मानने को तैयार नहीं है और अभी भी राज्य में सरकार बनाने के लिए अपने दांवपेंच आजमा रही है. खबर है कि राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh Chauhan) सुबह 10 बजे के करीब प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह (Rakesh Singh) ने कहा कि हम बुधवार को राज्यपाल (Governor ) महोदय से मुलाकात करेंगे. राकेश सिंह ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस को जनादेश नहीं मिला है. राकेश सिंह ने दावा किया है कि राज्य के कई निर्दलीय विधायक उनके संपर्क में है.
वहीं राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (kamal Nath) ने बुधवार को कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है. यह बैठक भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर में बुधवार शाम 4 बजे होगी. चुनाव नतीजों के बाद यह पहली बैठक बेहद अहम है. इसमें प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, (Jyotiraditya Scindia) दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh), दीपक बाबरिया (Deepak Babriya) और विवेक तन्खा समेत कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. यह भी पढ़ें- कांग्रेस के सामने बड़ी मुसीबत, 2 राज्यों में 4 मुख्यमंत्री के उम्मीदवार, किसकी होगी ताजपोशी
यहां देखें चुनाव के सटीक नतीजे
कांग्रेस ने राज्यपाल से समय मांगा
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में बहुमत से 3 सीट कम कांग्रेस सरकार बनाने का दावा पेश करने की तैयारी में है. पार्टी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) को पत्र लिखकर समय मांगा है. राज्य में मतगणना का दौर मंगलवार की देर रात तक जारी रहा. कांग्रेस 114 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं बीजेपी 109 सीटों पर अटकी है. सरकार बनाने में सक्षम होने का दावा करते हुए कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र लिखकर समय मांगा है. यह भी पढ़ें- मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव: आज हो सकती है मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा, शाम 4 बजे के बाद खत्म होगा सस्पेंस
कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आईएएनएस को बताया कि कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र भेजकर सरकार बनाने का अपना दावा पेश करने के लिए समय मांगा है. राज्यपाल की ओर से देर रात या सुबह का समय मिलता है तो उसी समय पर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात कर अपना दावा पेश करेगा.