लेह: लद्दाख की एकमात्र लोकसभा सीट पर होने वाले चुनाव में मुकाबला दिलचस्प हो गया है. कांग्रेस ने लद्दाख से त्सेरिंग नामग्याल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. भारतीय जनता पार्टी ने लद्दाख लोकसभा सीट से सिटिंग सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का टिकट काट दिया था, जिसके बाद अब उन्हें कांग्रेस ने टिकट दे दिया है.
भाजपा ने ताशी ग्यालसन पर दांव खेला है, जो पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाने जा रहे हैं. ताशी ग्यालसन स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के अध्यक्ष और सह मुख्य कार्यकारी पार्षद हैं. ताशी ग्यालसन ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया.
Congress fields Tsering Namgyal as its candidate from Ladakh.#LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/RqsSGhagga
— ANI (@ANI) May 2, 2024
जामयांग सेरिंग नामग्याल कौन हैं?
जामयांग सेरिंग नामग्याल का जन्म 4 अगस्त 1985 को जम्मू और कश्मीर के लेह जिले (वर्तमान में लद्दाख, भारत में) के माथो गांव में हुआ था. स्टैनजिन दोरजे और इशी पुतित नामग्याल के माता पिता हैं. जामयांग त्सेरिंग नामग्याल को लोग 'JTN' के नाम से जानते हैं. जामयांग ने केंद्रीय बौद्ध अध्ययन संस्थान, लेह से 12वीं किया. जम्मू विश्वविद्यालय से जमयांग ने स्नातक की पढ़ाई पूरी की. वो बौद्ध धर्म को मानते हैं.
उन्होंने लद्दाख के संसद थुपस्तान छेवांग के निजी सचिव के रूप में कार्य किया है. उन्होंने 2015 में मार्टसेलंग निर्वाचन क्षेत्र से लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद, लेह का चुनाव लड़ा और पार्षद के रूप में जीत हासिल की. हालांकि, बाद में मुख्य कार्यकारी पार्षद के पद से दोर्जे मोटुप के इस्तीफे के बाद, जामयांग को एलएएचडीसी का मुख्य कार्यकारी पार्षद के रूप में चुना गया.
नामग्याल को 2019 में मिला बीजेपी का टिकट
बीजेपी ने 29 मार्च 2019 को लद्दाख संसदीय क्षेत्र से जेटीएन को मैदान में उतारा था. इस लोकसभा चुनाव में जामयांग सेरिंग नामग्याल को 33.94 प्रतिशत वोट पाकर विजयी हुए. नामग्याल को 42,914 वोट मिले जबकि रनरअप रहे निर्दलीय सज्जाद हुसैन को 31,984 मत मिले. हुसैन का वोट शेयर 25,30 था. यहां पर कांग्रेस चौथे नंबर पर रही थी.