लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान महज कुछ दिनों में हो सकता है. ऐसे में सभी पार्टियां चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. अगले आम चुनावों में राजस्थान की जनता एक अहम भूमिका निभाएगी. राज्य में हाल ही में विधानसभा चुनाव जिसमे कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता से बेदखल किया था. राजस्थान से 25 सांसद लोकसभा जाते हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों यहां जीत दर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
सूबे के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने हाल ही में कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है और कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतने के लिए लड़ रही है. पायलट ने कहा, ‘हम चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं ताकि जिन ताकतों ने पिछले पांच साल में देश प्रदेश की आरबीआई, योजना आयोग व सीबीआई व ईडी जैसी संस्थाओं को खोखला व कमजोर किया है उन्हें हराया जा सके. इसलिए हमारे लिए चुनाव जीतना बहुत महत्वपूर्ण है.’
राजस्थान से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े:
राजस्थान में लोकसभा की 25 सीट हैं. 2014 में मोदी लहर के चलते बीजेपी ने वहां सभी सीट अपने खाते में की थी.
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सूबे में कुल 48,479,229 मतदाता हैं. 2014 में इनमें से 63.11% लोगों ने वोटिंग की थी.
राज्य में 200 विधानसभा सीट हैं. पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 100, बीजेपी ने 73, कम्युनिस्ट पार्टी ने 2 और बीएसपी ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
प्रमुख चेहरे:
कांग्रेस- अशोक गहलोत, सचिन पायलट, हरीश मीणा और महेश जोशी
बीजेपी- वसुंधरा राजे, राज्यवर्धन सिंह राठौर, अर्जुन मेघवाल और पीपी चौधरी
प्रमुख मुद्दे:
किसानों की कर्ज माफी-
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों से पहले किसान के कर्ज को माफ़ करने का वादा किया था. सत्ता मिलते ही गहलोत सरकार ने इस वादे को पूरा किया.
राष्ट्रीय सुरक्षा-
राजस्थान से पाकिस्तान की सीमा लगी हुई है ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा यहां बड़ा मुद्दा है. वहीं, सूबे के कई लोग सेना में भी है वो और उनका परिवार किसी भी पार्टी की जीत या हार में प्रमुख भूमिका निभाते हैं.