नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत गुरुवार को 91 सीटों पर मतदान होने वाला है. इससे पहले चुनाव आयोग ने आज मीडिया एडवाइजरी जारी की है. आयोग ने सभी मीडिया (इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट) को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए वर्जित अवधि के दौरान परिणामों को लेकर किसी भी तरह की भविष्यवाणी नहीं करने के लिए कहा है.
चुनाव आयोग का यह आदेश धारा 126ए के तहत जारी किया गया है. जिसके अंतर्गत चुनाव परिणाम से जुड़े किसी भी भविष्यवाणी के प्रसारण/प्रकाशन कार्यक्रमों पर बंदिश रहेगी. आयोग ने कहा है कि इस दौरान ज्योतिषियों, टैरो रीडर्स, राजनीतिक विश्लेषकों और किन्हीं अन्य व्यक्तियों द्वारा किसी भी रूप में, किसी भी तरीके से वर्जित अवधि के समय चुनावों के परिणामों की भविष्यवाणी करना कानून का उल्लंघन होगा.
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चुनाव आयोग ने ऐसी भविष्यवाणियों द्वारा विभिन्न राजनीतिक दलों की संभावनाओं के बारे में निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे मतदान में मतदाताओं को प्रभावित होने से रोकने के लिए यह फैसला लिया है. इसलिए सभी मीडिया को सलाह दी गई है कि वे लोकसभा के वर्तमान चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा तथा सिक्किम विधानसभा चुनावों और कई राज्यों के उपचुनावों के दौरान जीत पर भविष्यवाणी नहीं करें. यह आदेश गुरुवार सुबह 7 बजे से चुनाव के अंतिम चरण हो जाने तक यानि 19 मई को शाम 6.30 बजे तक लागू रहेगी. इस दौरान चुनाव परिणामों के संबंध में ऐसे किसी भी लेख/कार्यक्रम को प्रकाशित और प्रचारित ना करने की सलाह दी गई है.
गौरतलब हो कि देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे. और मतगणना 23 मई को होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. वहीं दूसरे चरण में 97 सीटों पर 13 राज्यों की चुनाव होंगे. इसके बाद तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटों पर चुनाव होंगे. इसके बाद चौथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटों पर चुनाव होंगे और पांचवे चरण में 7 राज्यों की 51 सीटों पर चुनाव होंगे. बता दें कि छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होंगे और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होंगे. मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होने वाला है.