नई दिल्ली: आप नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गुरुवार को 2019 आम चुनाव को लोकतंत्र, संविधान और एकता की लंबी परंपरा को बचाने की लड़ाई करार दिया. यहां पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, "2019 चुनाव टर्निग प्वाइंट साबित हो सकता है क्योंकि यह चुनाव देश, लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए है."
उन्होंने कहा, "भारत समृद्ध परंपरा वाला 4,000 वर्ष पुराना देश है. विविधता के बावजूद भारत एक है और इसकी परंपरा ने देश को मजबूत किया है और पूर्व में हुए सभी प्रकार के हमलों से लड़ने के लिए इससे मजबूती मिली है." उन्होंने कहा, "लेकिन आज, इसकी एकता पर हमला किया जा रहा है. अगर देश का धर्म और जाति के आधार पर बंटवारा हो गया तो यह अपनी सदियों पुरानी परंपरा को खो देगा."
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने देश से हिंदुओं, बौद्धों और सिखों को छोड़ सभी 'घुसपैठियों' को देश से बाहर भेजने के संबंध में एक विवादास्पद ट्वीट किया था. इस पर केजरीवाल ने कहा, "उन्होंने (शाह ने) घुसपैठियों को जिक्र करते समय अन्य धर्म जैसे मुस्लिम, पारसी या जैन का जिक्र नहीं किया. वे लगभग 20-25 करोड़ की आबादी में हैं."
उन्होंने कहा, "भाजपा की उनके लिए क्या योजना है? क्या वे उन्हें मार डालना चाहते हैं, मॉब लिंचिंग करना चाहते हैं या फिर प्रशांत महासागर में फेंक देना चाहते हैं?" केजरीवाल ने भाजपा के घोषणापत्र को एक पंक्ति का घोषणापत्र करार दिया, जिसमें देश से 'घुसपैठियों' को बाहर करने की बात कही गई है. उन्होंने कहा, "हमारे लिए, 2019 का चुनाव इस घोषणापत्र को हराने का चुनाव है."