नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा 14 आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party) विधायकों के पार्टी बदलने के लिए संपर्क में होने के दावे के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि क्या उनके लिए लोकतंत्र का मतलब विपक्षी पार्टियों के विधायकों को खरीदना है.
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, "मोदी जी, क्या आप हर विपक्षी पार्टी के राज्य में विधायकों की खरीद कर सरकारें गिराओगे? क्या यही आपकी जनतंत्र की परिभाषा है? इस खरीद-फरोख्त के लिए पैसा कहां से लाते हो. आप ने इससे पहले भी हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की. लेकिन आप के विधायकों की खरीद फरोख्त इतनी आसान नहीं है."
आप नेता मनीष सिसोदिया ने बुधवार को भाजपा पर उनके कम से कम सात विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया. सिसोदिया ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले आप विधायकों को भगवा पार्टी में शामिल होने के लिए प्रत्येक विधायक को दस करोड़ रुपये की पेशकश की गई.
इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को भाजपा ने दावा किया कि सात नहीं बल्कि 14 आप विधायक 'हताश' थे और पार्टी छोड़ना चाहते थे. इससे पहले मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके संपर्क हैं और चुनाव परिणाम आने के बाद वे भाजपा में शामिल होंगे.