लखनऊ. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) महामारी ने देश में कहर बरपाया हुआ है. इस खतरनाक वायरस की चपेट में आने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. कोरोना को लेकर जो मौजूदा हालात देश में हैं उसे देखते हुए लॉकडाउन (Lockdown 3.0) को तीसरी बार बढाकर 17 मई किया है. हालांकि नियमों में छूट जरूर केंद्र की तरफ से दी गई है ताकि आर्थिक मोर्चे पर ज्यादा नुकसान न हो. दूसरी तरफ प्रवासी मजदूरों के उनके गृह राज्य जानें को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है. विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावार है. इसी बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि पिछले तीन दिनों के भीतर 50 हजार से ज्यादा मजदूरों को सूबे में लाया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि मार्च के पहले चरण में 27-29 तारीख के दौरान साढ़े 6 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को यूपी वापस लाया गया. इसके साथ ही हमने उनके इलाज और खान-पान का पूरा इंतजाम किया गया है. योगी ने बताया कि 2 करोड़, 34 लाख किसानों के खाते में 2-2हजार रुपए आ चुके हैं. 3 करोड़, 26लाख महिलाओं के जन-धन अकाउंट में 1630 करोड़ रुपए की पहली किश्त अप्रैल और 1630 करोड़ की धनराशि मई महीने में आ चुकी है. यह भी पढ़े-उत्तर प्रदेश: श्रमिक स्पेशल से लखनऊ पहुंचे 847 प्रवासी मजदूरों, PM मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की सराहा
ANI का ट्वीट-
In the first phase in March, between 27th & 29th we brought back more than 6.5 lakhs migrant workers & made arrangements for their treatment & food. In the second phase, in the last 3 days, more than 50,000 migrant workers have been brought back: UP Chief Minister Yogi Adityanath pic.twitter.com/kY9tSPnUHy
— ANI UP (@ANINewsUP) May 5, 2020
सीएम योगी ने आगे कहा कि पहली बार आपदा के समय एक बड़ा राहत पैकेज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत घोषित हुआ. जो लोग अपने शासन काल में गरीबों,महिलाओं का कल्याणकारी योजनाओं का पैसा हड़प जाते थे. आज जब ये पैसा उन गरीबों के खाते में पहुंच रहा है तो उनकी बौखलाहट स्पष्ट दिखाई देती है.