Kerala Local Body Poll Results 2020: केरल में लेफ्ट का दबदबा बरकरार, कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF दूसरे स्थान पर- BJP ने यहां दिखाया दम
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Facebook)

Kerala Local Body Election Results 2020: केरल (Kerala) में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना चल रही है. अब तक के प्राप्त रुझानों में सत्तारूढ़ मार्क्‍सवादी पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम दल (लेफ्ट) आगे चल रहे है. जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ दूसरे नंबर पर है. हालांकि स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी की मौजूदगी भी दिखाई पड़ रही है. कुछ शहरी निकायों में उसकी एलडीएफ (लेफ्ट) से सीधी टक्कर की खबर है. एलडीएफ की मेयर उम्मीदवार एस पुष्पलथा (S Pushpalatha) बीजेपी उम्मीदवार से 145 वोटों से हार गई हैं. वहीं, कोच्चि कॉर्पोरेशन (Kochi Corporation) में कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी एन वेणुगोपाल (N Venugopal) बीजेपी उम्मीदवार से महज एक वोट से हार गए हैं. केरल में फ्री COVID-19 वैक्सीन लगाने की घोषणा पर सीएम पिनाराई विजयन की बढ़ी मुश्किलें, EC ने मांगा जवाब

अब तक के रुझानों से संकेत मिलता है कि राज्य में छह निगमों में वामपंथी एलडीएफ तीन पर आगे हैं और यूडीएफ तीन निगमों में बढ़त बनाये हुए है. नगरपालिकाओं में यूडीएफ 45 सीटों पर आगे है, जबकि वाम 35 में और बीजेपी 2 में आगे है और 4 पर अन्य बढ़त बनाये हुए है. 14 जिला पंचायतों के मतों की बात करें तो वामपंथी 10 में आगे चल रहे हैं और यूडीएफ 4 में आगे है. जबकि ब्लॉक पंचायत में एलडीएफ 108 में, यूडीएफ 44 पर आगे है, जबकि बीजेपी को यहां कामयाबी नहीं मिलती नजर आ रही है. ग्राम पंचायतों में एलडीएफ 522 और यूडीएफ 363 और बीजेपी 23 में आगे है. जबकि 32 जगहों पर अन्य आगे चल रहे है.

केरल में छह नगर निगमों, 941 ग्राम पंचायतों, 14 जिला पंचायतों और 87 नगरपालिकाओं समेत 1200 स्थानीय स्वशासी निकायों में कुल 21,893 वार्ड के लिए तीन चरणों में 8, 10 और 14 दिसंबर को चुनाव हुआ था. चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण में 73.12 प्रतिशत, दूसरे चरण में 76.78 प्रतिशत और तीसरे चरण में 78.64 प्रतिशत मतदान हुआ. सुबह आठ बजे 244 केंद्रों पर शुरू हुयी मतगणना के अंतिम नतीजे दोपहर तक आने की संभावना है.

बीजेपी कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल-

उल्लेखनीय है अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर माकपा नीत एलडीएफ, कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ और बीजेपी नीत एनडीए के लिए नतीजों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. क्योंकि इससे राज्य में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक रूझान का पता चलेगा.

साल 2015 में सत्तारूढ़ वाम मोर्चे ने 549 ग्राम पंचायतों, 90 ब्लॉक पंचायतों, 44 नगरपालिकाओं और चार निगमों में जीत हासिल की थी. जिला पंचायत स्तर पर यूडीएफ और एलडीएफ, दोनों को सात-सात सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी ने तिरुवनंतपुरम निगम और पलक्कड़ नगरपालिका में अच्छा प्रदर्शन किया था.