कर्नाटक का सियासी संकट: JDS के वरिष्ठ नेता जीटी देवगौड़ा बोले- सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बने तो आपत्ति नहीं
कर्नाटक का सियासी संकट (Photo Credits: PTI/ANI)

कर्नाटक (Karnataka) में सत्तारूढ़ जेडीएस- कांग्रेस (Congress) गठबंधन की सरकार पर जारी संकट के बीच राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री और जनता दल-सेक्युलर (JDS) के वरिष्ठ नेता जीटी देवगौड़ा (GT Devegowda) ने रविवार को कहा कि अगर कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) राज्य के नए मुख्यमंत्री बनते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी. जीटी देवगौड़ा ने पत्रकारों से कहा कि अगर कांग्रेस-जेडीएस समन्वय समिति सिद्धारमैया को सीएम बनाने का फैसला करती है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी फैसला करती है तो मैं इस्तीफे के लिए तैयार हूं. मैं बीजेपी में नहीं जा रहा हूं. हमारी गठबंधन सरकार राज्य की बेहतरी के लिए बनी है.

उधर, कर्नाटक कांग्रेस ने पार्टी के नौ बागी विधायकों के शनिवार के इस्तीफे के बाद इस संकट से निपटने के लिए नौ जुलाई को अपने सभी 78 विधायकों की बैठक बुलाई है. इससे पहले कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह (विजयनगर) ने एक जुलाई को इस्तीफा दे दिया था, जिसे मिलाकर बागी विधायकों की संख्या 10 हो गई है. वहीं, मुंबई कांग्रेस के नेताओं ने रविवार को उस होटल के बाहर प्रदर्शन किया जहां कर्नाटक में कांग्रेस व जेडीएस के 10 असंतुष्ट विधायकों को ठहराया गया है.

नेताओं ने बीजेपी पर अन्य पार्टियों के विधायकों पर लालच देने का आरोप लगाया. विधायकों के करीबी सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपने के बाद विधायक शनिवार रात एक चार्टर्ड उड़ान से यहां पहुंचे. वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद आरिफ, नसीम खान, एकनाथ गायकवाड़, भाई जगताप ने शाम में प्रदर्शन की अगुवाई की. प्रदर्शनकारियों में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के सदस्य शामिल थे. यह भी पढ़ें- कर्नाटक में चल रहे बवाल के लिए सिद्धरमैया ने बीजेपी को ठहराया दोषी, कहा- यह ऑपरेशन कमल, लेकिन सरकार को कोई खतरा नहीं

बहरहाल, कर्नाटक में 13 महीने पुरानी जेडीएस- कांग्रेस की गठबंधन सरकार को बचाने की कोशिश जारी है. पार्टी के एक पदाधिकारी ने रविवार को बताया कि इस्तीफा दे चुके दर्जनभर कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस) विधायकों को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कवायद जारी है.

एजेंसी इनपुट