भोपाल: मध्य प्रदेश में उप-विधानसभा के तारीखों का ऐलान होना अभी बाकी है. लेकिन राज्य में बयान बाजी का सिलसिला शुरू हो गया है. एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने पूर्व सीएम कमलनाथ (kamal nath) पर हमला बोलते हुए कहा था कि मुझे दुख है कि वो व्यक्ति जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, जो 1980 से लगातार मध्य प्रदेश से सांसद रहे और उसी के कारण केंद्रीय मंत्री रहे, वो आज मध्यप्रदेश को बिकाऊ प्रदेश कह रहे हैं, यह मध्य प्रदेश की 8 करोड़ जनता का अपमान है. कमलनाथ जी को माफी मांगनी चाहिए. चौहान के इस बयान पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए हमला किया है.
मीडिया के बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि बीजेपी और शिवराज को कैसे ये हिम्मत होती है कि मुझसे 15 महीनों का हिसाब मांगें. ये 15 सालों का हिसाब किताब दें! 2018 में नहीं दे पाए थे, तब राज्य की जनता ने इन्हें घर बिठाया था. हमने वोट से सरकार बनाई थी नोट से नहीं. यह भी पढ़े: Madhya Pradesh: CM शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व सीएम पर साधा निशाना, कहा- मेरी बेटियों की शादी के पैसे खा गया कमलनाथ
मुझे समझ नहीं आता कि भाजपा और शिवराज को कैसे ये हिम्मत होती है कि मुझसे 15 महीनों का हिसाब मांगें। ये 15 सालों का हिसाब किताब दें! 2018 में नहीं दे पाए थे, तब म.प्र. की जनता ने इन्हें घर बिठाया था। हमने वोट से सरकार बनाई थी नोट से नहीं : म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ pic.twitter.com/SvWu4dAFSG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2020
दरअसल मध्य प्रदेश के सुरखी की पूर्व विधायक पारुल साहू ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है. उस दौरान कमलनाथ ने कहा कि आज शर्म आती है कि देश में मध्य प्रदेश का नाम बिकाऊ राजनीति के लिए आता है. लेकिन बीजेपी यह समझ ले कि कुछ नेता बिक जरूर सकते हैं, पर प्रदेश के ईमानदार मतदाताओं के ईमान को बीजेपी कभी खरीद नहीं सकती. वहीं उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने प्रदेश में संविधान और प्रजातंत्र के साथ खिलवाड़ किया है. इसका फैसला जनता मध्य प्रदेश के इस उपचुनाव में करेगी.