नई दिल्ली. देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) पिछले कुछ समय से विपक्ष के निशाने पर है. इसके साथ अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए केंद्र की तरफ से तमाम प्रयास भी किये जा रहे हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष के तमाम सवालों के जवाब भी दिए हैं. इसी बीच आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए एक बड़ी खबर सामने आयी है. जिससे पार पाना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है.केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) ने चालू वित्त-वर्ष में जीडीपी ग्रोथ को लेकर अनुमान जारी किया है. CSO का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी ग्रोथ 5 फीसदी रह सकती है.
बता दें कि मंगलवार को सरकार की ओर से जीडीपी के पूर्वानुमान के आंकड़े पेश किए गए हैं. जिसमें ग्रोथ कम रहने का अनुमान जताया गया है. इससे पहले 2018-19 में वास्तविक ग्रोथ 6.8 फीसदी रही थी. वहीं वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी थी. यह भी पढ़े-जीडीपी में गिरावट पर बोले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे- GDP का कोई महत्व नहीं, भविष्य में इसका बहुत ज्यादा उपयोग नहीं होगा
ANI का ट्वीट-
Government of India: The growth in real GDP during 2019-20 is estimated at 5.0 per cent as compared to the growth rate of 6.8 per cent in 2018-19. pic.twitter.com/EcMkjMDKXZ
— ANI (@ANI) January 7, 2020
सीएसओ की तरफ से जारी अनुमान में कहा गया है कि आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट की प्रमुख वजह विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर घटना है. चालू वित्त वर्ष में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर दो प्रतिशत पर आने का अनुमान है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 6.2 प्रतिशत रही थी.