पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले INDIA गठबंधन को अटकलों का बाजार गर्म है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में तनाव खुलकर नजर आया. चर्चा है कि आपसी टकराव के चलते INDIA गठबंधन शुरुआती प्रचार और दलों की बैठकों में किए गए बड़े-बड़े वादों को पूरा करने की तैयारियां सुस्ती पकड़े हुए हैं. पार्टियों की साझा रैली से लेकर लोगो तक अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है.
TMC चीफ ममता बनर्जी और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आग्रह किया था कि सीटों का बंटवारा सितंबर तक पूरा हो जाना चाहिए. हालांकि गठबंधन के इस प्रस्ताव पर अब तक भी कोई प्रगति नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी सीट बंटवारे की कोई 'निश्चित' समय सीमा नहीं दिए जाने से नाराज थीं. रामलीला मैदान में 'मुस्लिम महापंचायत' को दिल्ली HC ने नहीं दी मंजूरी, कहा- सांप्रदायिक सौहार्द हो सकता है खराब
विधानसभा चुनावों से पहले गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच दरार देखने को मिली. फिलहाल कांग्रेस लोकसभा चुनावों से ध्यान हटाकर विधानसभा चुनाव पर फोकस कर रही है. कांग्रेस INDIA गठबंधन में शामिल पार्टियों को विधानसभा में साथ लेने से कतरा रही है. कई राज्यों में उसने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. वाम दल, आप और सपा कांग्रेस के रवैया से नाराज नजर आए.
INDIA गठबंधन में शामिल पार्टियों ने दूसरा संकल्प सार्वजनिक रैलियां आयोजित करने का लिया था. हालांकि इसे रद्द कर दिया गया था. रैली के लिए भोपाल में 2 अक्टूबर की तारीख तय की गई थी. कांग्रेस ने इस रैली को रद्द कर दिया था.
तीसरा संकल्प कई भाषाओं में 'जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया' थीम के साथ अपनी संबंधित संचार और मीडिया रणनीती बनाने का लिया गया था. दिल्ली में INDIA पार्टियों के एक मुख्य कार्यालय को अंतिम रूप दिया जाना था, लेकिन इस पर भी अभी तक कोई काम नहीं हो सका है.