पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हुई करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर एक बार फिर उथल-पुथल मच गई है. पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं. हार के बाद सक्रिय हुये बागी G23 के खिलाफ अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता एम. वीरप्पा मोइली (M. Veerappa Moily) ने मोर्चा खोल दिया है. मोइली ने कहा, अन्य पार्टियां आएंगी और जाएंगी लेकिन कांग्रेस यही रहेगी. उन्होंने कांग्रेस के बागी गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं या कार्यकर्ताओं को घबराना नहीं चाहिए. पांच राज्यों में चुनावी हार के बाद कांग्रेस को लगेगा एक और झटका.
कांग्रेस नेता एम. वीरप्पा मोइली ने कहा, सिर्फ इसलिए कि हम सत्ता में नहीं हैं कांग्रेस नेताओं या कार्यकर्ताओं को घबराना नहीं चाहिए. बीजेपी और अन्य दल ट्रांजिट यात्री हैं, वे आएंगे और जाएंगे, यह कांग्रेस है जो यहां रहेगी. हमें दलितों के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए और उम्मीद नहीं खोनी चाहिए.
कांग्रेस हमेशा रहेगी: एम. वीरप्पा मोइली
Just because we're not in power Congress leaders or workers should not panic. BJP and other parties are transit passengers, they'll come & go, it's the Congress that'll remain here. We should be committed to the downtrodden & need not lose hope: Congress leader M.Veerappa Moily pic.twitter.com/RmeZeDPrCE
— ANI (@ANI) March 18, 2022
एम वीरप्पा मोइली ने कहा, "सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) कांग्रेस पार्टी के भीतर सुधार चाहती हैं लेकिन उनके आसपास के लोगों ने इसे तोड़ दिया है. G23 नेता वरिष्ठ नेता को निशाना बना रहे हैं और कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर रहे हैं. बीजेपी एक बारहमासी पार्टी नहीं हो सकती है और यह मोदी के बाद राजनीति की उथल-पुथल बर्दाश्त नहीं करेगी.
बता दें कि पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व एक बार फिर निशाने पर आ गया है. नेतृत्व परिवर्तन को लेकर गुलाम नबी आज़ाद के घर बागी नेताओं की बैठक हो रही हैं. इस बैठक में कांग्रेस नेता पार्टी की कमान एक परिवार से हटाकर सामुहिक नेतृत्व की ओर चलने पर जोर दे रहे हैं.
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आज गुलाम नबी आजाद से मिलने की उम्मीद है. इससे पहले गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में हाल ही में आजाद कांग्रेस के जी-23 असंतुष्टों के कोर समूह ने कांग्रेस के भविष्य पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की थी.