मोदी सरकार को CM अरविंद केजरीवाल का चैलेंज- केंद्रीय मंत्री जनता के सामने करें डिबेट, सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा
सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मिलने पहुंचे सीएम केजरीवाल (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: नये कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द किये जाने की मांग को लेकर किसान नवंबर के अंतिम सप्ताह से ही दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) रविवार शाम दिल्ली (Delhi) के सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर पहुंचे. वह यहां शहीदी सप्ताह के मद्देनजर आयोजित सफर-ए-शहादत (Safar-e-Shahadat) कीर्तन दरबार में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए किसानों के साथ केंद्रीय मंत्रियों से डिबेट कराने का चैलेंज भी दिया. उन्होंने डिबेट चैलेंज देते हुए कहा “कृषि कानूनों पर जनता के सामने किसान नेता और बीजेपी के किसी भी मंत्री के बीच डिबेट करानी चाहिए. तब पता चल जाएगा किसको किसान विरोधी कानून के बारे में ज्यादा पता हैं. इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.”

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा “हमारे किसान पिछले 32 दिनों से ठंड के बीच सड़कों पर सोने को मजबूर हैं. क्यों? इससे मुझे दुख होता है कि यहां 40 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं, इनकी बातें सुनकर कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लीजिए. किसानों को राष्ट्रद्रोही कहा जा रहा है, अगर किसान राष्ट्रद्रोही हो गया तो तुम्हारा पेट कौन भरेगा? किसानों की खेती चली गई तो किसान कहां जाएगा? किसानों के पास क्या बचेगा?.”

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान कड़ाके की सर्दी के बावजूद अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. किसान एक महीने से अधिक समय पहले सिंघू बॉर्डर पहुंचे थे. प्रदर्शन कर रहे किसानों के संगठनों ने शनिवार को केंद्र सरकार के साथ बातचीत फिर शुरू करने का फैसला किया था और अगले चरण की बातचीत के लिए 29 दिसंबर की तारीख का प्रस्ताव दिया है. इस बीच दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी है और सिंघू, गाजीपुर एवं टीकरी बॉर्डर पर सैकड़ों सुरक्षा कर्मी तैनात हैं. इन्हीं सीमाओं पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.