नई दिल्ली:- कृषि कानून के विरोध में 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया है. किसानों का भारत बंद सुबह से शाम तक रहेगा, लेकिन सुबह 11 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम रहेगा. किसानों के भारत बंद को कई पॉलिटिकल पार्टियों का खुला समर्थन मिलने लगा है. किसान आंदोलन अब सरकार के लिए एक ऐसा मसला बन गया है जिसका हल जल्द से जल्द निकालना होगा. भारत बंद से पहले कृषि कानूनों का समर्थन (Support to The Farm Laws) करने वाले मुख्य रूप से हरियाणा के 20 किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) से सोमवार को मुलाकात की. इस दौरान किसानों ने सरकार से अपील कर कहा है कि इस नए कानून को रद्द न किया जाए.
वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद प्रगतिशील किसान क्लब, सोनीपत के अध्यक्ष कंवल सिंह चौहान ने कहा कि विरोध कर रहे किसानों को गुमराह किया जा रहा है. पीएम ने भरोसा दिलाया कि एमएसपी (MSP) और मंडी व्यवस्था रहेगी. इस दौरान किसान संगठनों ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को किसान बिल के समर्थन में एक ज्ञापन भी सौंपा है. Bharat Bandh Tomorrow: भारत बंद को लेकर गुजरात में धारा-144 लागू, कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश.
गौरतलब हो कि मंगलवार यानी 8 दिसंबर को देश में भारत बंद शांति पूर्ण तरीके से किया जाएगा. भारत बंद के दौरान सभी इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. शादी एम्बुलेंस पर कोई रोक नहीं होगी, वहीं दूध, फल, सब्जी और अन्य वस्तुओं पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी. बता दें कि भारत बंद का ऐलान किसानों के बैठक से पहले किया गया है. सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच होने वाली इस बैठक में कयास लगाया जा रहा है कि कोई हल निकाल सकता है.