नई दिल्ली:- कृषि कानूनों के खिलाफ देश में किसानों का आंदोलन तेजी से बढ़ता जा रहा है. एक तरफ जहां अपनी मांगों को लेकर किसान आठवें दिन भी मैदान में डटे हैं. वहीं, सरकार किसी भी तरीके से उन्हें मनाकर इस आंदोलन को खत्म करना चाहती है. इस आंदोलन के दौरान किसान नेताओं से लगातार बातचीत का दौर जारी है. लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है. दूसरी तरफ किसान आंदोलन को अब कई नेताओं और पॉलिटिकल पार्टियों का सपोर्ट मिलने लगा है. इसी कड़ी में पंजाब (Punjab) के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल (Former CM Parkash Singh Badal) ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान (Padma Vibhushan) सरकार को वापस लौटा दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण सम्मान लौटाते हुए महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र भी लिखा है. जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र किया है. उन्होंने किसानों पर की गई कार्रवाई पर निराशा जताया है. बता दें कि किसानों से जुड़े तीन बिलों के विरोध में प्रकाश सिंह बादल की बहू हरसिमरत कौर के केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा पहले ही दे दिया है. इतना ही नहीं शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए से 22 साला पुराना रिश्ता तोड़ दिया है. Farmer Protest: किसान नेता राकेश टिकैत बोले, बैठक में नहीं बनी बात तो गणतंत्र दिवस परेड में भी शामिल होंगे किसान.
ANI का ट्वीट:-
Former Punjab CM Parkash Singh Badal returns Padma Vibhushan to protest "the betrayal of the farmers by govt of India" pic.twitter.com/mzdsoAZSlC
— ANI (@ANI) December 3, 2020
बता दें कि पंजाब और हरियाणा के अंदरूनी इलाकों से आए हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर 26 नवंबर से विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं. वे हरियाणा की सिंघु, टिकरी सीमा और उत्तर प्रदेश की गाजीपुर और चिल्ला सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. किसानों का साफ कहना है कि अगर बात नहीं बनती है तो उनका आंदोलन और भी तेज हो जाएगा. वहीं, कांग्रेस, सपा समेत अन्य दलों ने मोदी सरकार पर हमला करना जारी रखा है.