नई दिल्ली: राज्यसभा में रविवार को कृषि बिल पास होने के बाद देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) समेत सरकार के 6 बड़े मंत्रियों ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिन मंत्रियों में राजनाथ सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यसभा में आज जो कुछ भी हुआ है, वह दुखद था. मैं जानता हूं कि सदन की कार्यवाही चलाने के लिए सत्तापक्ष की जिम्मेदारी बनती है, वहीं विपक्ष की भी जिम्मेदारी बनती है. लेकिन इस बिल को लेकर जो भ्रम पैदा किया जा रहा है. मै देश के किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी कीमत पर एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और एपीएमसी (कृषि उपज बाजार समिति) प्रणाली समाप्त नहीं होने जा रही है.
राजनाथ ने कहा कि मै भी एक किसान हूं. इसलिए देश के किसानों को बताना चाहता हूं कि उनके बीच जो एमएसपी (MSP) और एपीएमसी (APMC) खत्म करने को लेकर बात फैलाई जा रही है. वैसा नहीं हैं, वे बता देना चाहते हैं कि किसी भी हाल में ना तो एमएसपी और ना ही एपीएमसी खत्म होगा. बल्कि दोनों प्रणाली पहले की तरह चलती रहेंगी. वहीं किसान संबंधी दोनों विधेयक पास होने से किसान की आय दुगनी होगी और उनके जीवन में विकास होगा. इसलिए दोनों यह बिल कृषि जगत के लिए ऐतिहासिक हैं. यह भी पढ़े: Farm Bills: दुष्यंत चौटाला बोले- जिस दिन MSP सिस्टम पर कोई खतरा आया, उसी दिन हरियाणा के डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दूंगा
I am also a farmer and I want to assure farmers of the country that MSP (minimum support price) & APMC (Agricultural Produce Market Committee) systems are not going to end: Defence Minister Rajnath Singh on #AgricultureBills pic.twitter.com/SmsggB6IfX
— ANI (@ANI) September 20, 2020
वहीं मीडिया के संबोधन में राजनाथ ने कहा कि राज्यसभा उपसभापति के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ, सारे देश ने प्रत्यक्ष रूप से देखा है. जहां तक मैं जानता हूं ऐसी घटना आज तक न लोकसभा में हुई है न राज्यसभा में हुई है. संसदीय परंपराओं में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की घटना से आहत होगा .
इस बिल को लेकर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी कहा चुके है कि एमएसपी अर्थात न्यूनतम समर्थन मूल्य था, है और रहेगा. एपीएमसी की व्यवस्था भी बनी रहेगी. पीएम मोदी ने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए किसानों के बेहतर भविष्य के लिए ये कदम उठाए हैं जो किसानों की आय को दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. दरअसल विपक्ष के साथ ही किसानों का कहना है कि इस बिल को आने के बाद एमएसपी और एपीएमसी खत्म हो जाएगा. जिसकी वजह से इस बिल का विरोध हो रहा है.