धुले लोकसभा सीट: 1996 से रहा है बीजेपी का कब्जा, केंद्रीय मंत्री सुभाष भामरे को फिर मिला मौका
धुले शहर में पिछले साल ही महानगरपालिका चुनाव हुए थे जिसमें बीजेपी ने सभी विरोधियों का सूपड़ा साफ़ कर दिया था. पार्टी 74 में से 50 सीट जीतने में कामयाब हुई थी. उन चुनावों में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन भी नहीं था. इस जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में और उत्साह आ गया.
Dhule Lok Sabha Constituency: वर्ष 2014 में मोदी लहर के दौरान उत्तर महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी का सूपड़ा साफ़ करने वाली बीजेपी 2019 में भी ऐसे ही नतीजों की उम्मीद कर रही हैं. उत्तर महाराष्ट्र में चौथे चरण यानी 29 अप्रैल को मतदान होना है. इसी क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण सीट है धुले लोकसभा सीट. बीजेपी ने इस सीट से मौजूदा सांसद सुभाष भामरे (Subhash Bhamre) को टिकट दिया है. वहीं, कांग्रेस ने दिग्गज नेता रोहिदास पाटिल (Rohidas Patil) के बेटे कुणाल पाटिल (Kunal Patil) को मैदान में उतारा है. वंचित बहुजन आघाडी से नबी अहमद अहमदुल्लाह भी चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी के नाराज विधायक अनिल गोटे (Anil Gote) ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा है.
धुले लोकसभा सीट 1996 से बीजेपी का गढ़ रही है. पीछे 6 लोकसभा चुनावों से इस सीट से बीजेपी के उम्मीदवार जीत रहे हैं. पिछली बार सुभाष भामरे इस सीट से जिते थे. पार्टी ने इस बार भी उन्हें ही टिकट दिया हैं. मगर अनिल गोटे के मैदान में उतरने से उन्हें परेशानी हो सकती हैं. कांग्रेस ने भी मजबूत उम्मीदवार को ही मैदान में उतरा है जिससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
धुले शहर में पिछले साल ही महानगरपालिका चुनाव हुए थे जिसमें बीजेपी ने सभी विरोधियों का सूपड़ा साफ़ कर दिया था. पार्टी 74 में से 50 सीट जीतने में कामयाब हुई थी. उन चुनावों में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन भी नहीं था. इस जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में और उत्साह आ गया.
बता दें कि महाराष्ट्र में अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा, जिसमें 17 सीटें आएंगी. इन लोकसभा सीटों में नंदुरबार, धुले, डिंडोरी, नासिक, पालघर, भिवंडी, कल्याण, ठाणे, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई उत्तर-मध्य, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई दक्षिण, मावल, शीरूर और शिरडी शामिल हैं. राज्य में 25 जनवरी तक कुल 8,73,30,484 मतदाता हैं.