Delhi Vidhan Sabha Chunav: दिल्ली चुनावों का बिगुल बज गया है. सूबे में फरवरी के दुसरे शनिवार यानी 8 तारीख को विधानसभा चुनाव होने हैं. राजधानी में इस समय आम आदमी पार्टी की सरकार है. अरविंद केजरीवाल सूबे के मुख्यमंत्री हैं. बीजेपी उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहती हैं और इसी के लिए वो एडी-चोटी का दम लगा रही है. बता दें कि दिल्ली में मुख्य मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच ही है. कांग्रेस भी सूबे में आरजेडी के साथ चुनाव लड़ रही है.
बीजेपी दस प्रमुख मुद्दों पर दिल्ली का विधानसभा चुनाव लड़ती नजर आ रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इन्हीं दस मुद्दों को सभाओं में प्रमुखता से उठा रहे हैं. इन मुद्दों में स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के मुद्दे शामिल हैं. जानिए, वे कौन मुद्दे हैं जिन पर बीजेपी चुनाव लड़ रही है :
1- सीएए और शाहीन बाग : दिल्ली के रिठाला और जनकपुरी बाबरपुर में सोमवार को आयोजित जनसभा में अमित शाह ने इन मुद्दों को उठाया. इससे पहले भी अमित शाह और जेपी नड्डा की सभी सभाओं के भाषण पर गौर करें तो ये मुद्दे कॉमन रहे. चुनावी सभाओं में नागरिकता संशोधन कानून पर सबसे ज्यादा बात बीजेपी नेता कर रहे. शाहीनबाग के आंदोलन को देश तोड़ने का ख्याल रखने वालों का आंदोलन बीजेपी नेता बताने में जुटे हैं.
2- केजरीवाल सरकार की वादाखिलाफी : अमित शाह, जेपी नड्डा सहित सभी भाजपा नेता सभाओं के जरिए केजरीवाल सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. अमित शाह और जेपी नड्डा अपने हर भाषण में वादे के मुताबिक, दिल्ली में एक हजार स्कूलों का निर्माण न होना, वाई-फाई न लगना, यमुना का स्वच्छ न होना और नए अस्पतालों का निर्माण न होने को मुद्दा बना रहे.
3- 370 और सर्जिकल स्ट्राइक : अमित शाह ने सोमवार को रिठाला की जनसभा में एक बार फिर अनुच्छेद 370 और सर्जिकल स्ट्राइक का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि चाहे 370 का खात्मा हो, आतंकियों पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक हो राहुल गांधी और केजरीवाल एंड कंपनी ने पुरजोर विरोध किया.
4- 1731 कॉलोनियों में रजिस्ट्री की शुरुआत : चुनाव की घोषणा होने से पहले से ही भाजपा 1731 अवैध कालोनियों को मुद्दा बना चुकी है. इन कालोनियों को अधिकृत कर रजिस्ट्री की सुविधा शुरू कराने को मोदी सरकार की उपलब्धि बताकर भाजपा केजरीवाल सरकार की घेराबंदी करने में जुटी है.
5- जहां झुग्गी वहीं मकान : झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को दो-दो कमरे का मकान देने का बीजेपी वादा कर रही है. इसके लिए झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों का पार्टी कार्यकर्ता फॉर्म भी भरवा चुके हैं. अमित शाह और जेपी नड्डा जहां झुग्गी वहीं मकान का नारा हर सभा में लगा रहे.
6- आठ लाख नौकरियां : बीजेपी ने इस चुनाव में आठ लाख नौकरियों को भी मुद्दा बनाया है. अमित शाह चुनावी सभाओं में कह रहे हैं कि केजरीवाल सरकार ने आठ लाख नौकरियां देने का वादा किया था, मगर युवाओं को नहीं मिलीं.
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7- राम मंदिर : दिल्ली विधानसभा चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा भी जोरशोर से गूंज रहा है. गृहमंत्री अमित शाह हर सभा में राम मंदिर पर आवाज बुलंद कर रहे. उन्होंने सोमवार को रिठाला की सभा में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 सालों से लटकी हुई हर समस्या का समाधान किया है चाहे वह धारा 370 और 35 ए का उन्मूलन हो, राम मंदिर के जल्द से जल्द निर्माण में सहयोग हो या फिर सीएए को लागू करना."
8- आयुष्मान भारत योजना : केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना लागू न करने को भी बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाया है. बीजेपी नेता हर सभा में कह रहे हैं कि केजरीवाल सरकार की वजह से जनता को मुफ्त में इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है.
9- जेएनयू और टुकड़े-टुकड़े गैंग : दिल्ली विधानसभा चुनाव में जेएनयू और टुकड़े-टुकड़े गैंग का जुमला बीजेपी नेताओं की जुबान पर है. रिठाला और जनकपुरी में सोमवार को अमित शाह ने कहा, "जेएनयू में देश-विरोधी नारे लगाए गए, मोदी सरकार ने राष्ट्रविरोधी तत्वों को जेल में डाला, लेकिन जब चार्जशीट दायर करने की बारी आई तो केजरीवाल ने अपने वोट बैंक की डर से इसकी परमिशन नहीं दी. केजरीवाल दिल्ली की जनता को बताएं कि वे टुकड़े-टुकड़े गैंग के खिलाफ चार्जशीट फाइल करने की परमिशन क्यों नहीं दे रहे?"
10- मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड : केजरीवाल सरकार के काम के जवाब में मोदी सरकार की ओर से दिल्ली में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दिल्ली में चार हजार आवासों के निर्माण आदि योजनाओं का रिपोर्ट कार्ड भी बीजेपी नेता हर सभा में पेश कर रहे हैं.