गोवा और बिहार में दिखेगा कर्नाटक का असर, कांग्रेस-आरजेडी करेगी सरकार बनाने का दावा पेश
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और तेजस्वी यादव (File Photo)

नई दिल्ली: कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल ने बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के आधार पर बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. कर्नाटक में सियासी उठा-पठक का असर अब गोवा में भी देखने को मिल रहा है. कांग्रेस का कहना है कि यदि सबसे ज्यादा सीट के आधार पर अगर कर्नाटक में बीजेपी को मौका दिया गया है तो गोवा में कांग्रेस के सबसे ज्यादा विधायक है. गोवा में कांग्रेस के 16 विधायकों ने राजभवन जाने का फैसला किया है. वह शुक्रवार को राज भवन जाएंगे और राज्यपाल के समक्ष अपनी मांग को रखेंगे.

वहीं, बिहार में आरजेडी के नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड करने की बात कही हैं. उन्होंने कहा है कि अगर कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया गया तो बिहार में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है और उन्हें सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में कहा, "कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में आर.जे.डी का एक दिवसीय धरना होगा. हम राज्यपाल महोदय से मांग करते है कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी आर.जे.डी को सरकार बनाने का मौका दें. मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोंक रहा हूं."

बता दें कि गुरुवार को येदियुरप्पा द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संविधान पर 'गंभीर हमला' किया जा रहा है और देश की न्यायपालिका की मौजूदा हालत पाकिस्तान की न्यायपालिका जैसी है. राहुल ने यहां जन स्वराज सम्मेलन में कहा, "प्राय: लोग न्याय के लिए सर्वोच्च न्यायालय जाते हैं. लेकिन 70 वर्षो में पहली बार हमने देखा कि न्यायाधीश लोगों के सामने आकर यह कह रहे हैं कि उन्हें धमकाया जा रहा है और काम नहीं करने दिया जा रहा है." उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें सामान्य तौर पर तानाशाही (डिक्टेटरशिप) में होती है.

वहीं, राहुल के आरोपों पर पलटवार करते हुए कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष को हार के बाद ऐसे बयान  देने की आदत पढ़ गई है.