अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी दौरे के तीसरे दिन स्मृति ईरानी ने ‘जन संवाद’ कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जब तक रामलला टेंट में विराजमान थे कांग्रेस को कोई तकलीफ नहीं थी आज जब भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है कांग्रेस के नेताओं का कलेजा फट रहा है.’’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘जिन लोगों ने बाबर की मजार पर माथा टेका, वही लोग राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा रहे हैं. 500 साल राम भक्तों ने धैर्य दिखाया और लंबे इंतजार के बाद 22 जनवरी को वह शुभ घड़ी आई है, जब रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.’’ उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि 22 जनवरी को दीपक जरूर जलाएं और गरीबों की मदद जरूर करें.
पश्चिम बंगाल में तीन संतों पर हुए हमले के सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा कि जहां पर ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार है, जहां आज भी उन लोगों का दबदबा है जो कांग्रेस के साथ हैं, वहां सनातन धर्म और सनातन को मानने वालों पर प्रताड़ना बढ़ रही है.
ईरानी ने आरोप लगाया कि धर्म के प्रति कांग्रेस गठबंधन अपमान की दृष्टि से काम करता है. पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में भीड़ द्वारा तीन भिक्षुओं पर ‘‘भेष बदले अपहरणकर्ता’’ होने के संदेह में हमला करने के एक कथित वीडियो ने राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है. इस वीडियो में काशीपुर में गंगासागर मेले के लिए जा रहे भिक्षुओं के साथ लोगों का एक समूह दुर्व्यवहार करता दिख रहा है.
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘हम सब आशा भरी निगाहों से 22 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं. अक्षत वितरण राम भक्तों के बीच करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.’’ इसके पहले अमेठी में शुक्रवार की देर शाम अयोध्या से आये अक्षत वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि हम सबका स्वाभिमान है यह प्रभु श्रीराम का मंदिर. श्रीराम मंदिर हमारे पूर्वजों के 500 साल की तपस्या का परिणाम है और हम सभी 22 जनवरी को भव्य दीपोत्सव मनाएंगे. इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि ने कहा कि आज पूरा देश राम मय हो गया है.
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