![कांग्रेस ने मोदी सरकार की आलोचना की, कहा- अर्थव्यवस्था को लेकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के उपाय दिखावटी कांग्रेस ने मोदी सरकार की आलोचना की, कहा- अर्थव्यवस्था को लेकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के उपाय दिखावटी](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/09/b64262405abbc3b465763ba2f18c9949-1-380x214.jpg)
नई दिल्ली : कांग्रेस (Congress) ने शनिवार को मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की सेहत सुधारने की दिशा में वित्तमंत्री द्वारा किए गए उपाय दिखावटी हैं. इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के मद्देजनर कई उपायों की घोषणा की, जिसे कांग्रेस ने दिखावटी करार देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था बदहाल है, लेकिन सरकार को इसकी जानकारी नहीं है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा, "भारत की अर्थव्यवस्था बदहाल है और हम गंभीर स्थिति से जूझ रहे हैं, लेकिन झूठे वादे करने वाली सरकार और इसके बड़बोले मंत्री इस पर रोक लगाने की दिशा में काम नहीं कर रहे हैं."
वित्तमंत्री की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा, "सीतारमणजी की आज प्रेसवार्ता हुई है. भारत की आर्थिक सेहत को देखकर निराशा हो रही है. उम्मीद की जा रही थी कि सरकार अर्थव्यवस्था में नई जान डालने, निवेश बढ़ाने, नौकरियां पैदा करने और निर्यात की समस्याओं का समाधान करने के लिए कदम उठाएगी."
कांग्रेस नेता ने कहा कि वित्तमंत्री ने कोई ऐसे कदम की घोषणा नहीं की जिससे मौजूदा आर्थिक हालात का समाधान हो सके. उन्होंने कहा, "भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) और इसके मंत्रियों में अर्थव्यवस्था में सुधार लाने की अंतर्दृष्टि की कमी है."
आर्थिक सुस्ती के लिए युवाओं और नई पीढ़ी को दोषी ठहराने को लेकर वित्तमंत्री की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा, "भाजपा के मंत्री युवाओं का अपमान करने वाले शर्मनाक बयान देते रहे हैं. वित्तमंत्री ने कहा कि आर्थिक सुस्ती के लिए नई पीढ़ी जिम्मेदार है और उन्होंने अपने बयान के लिए अब तक माफी नहीं मांगी है."
शर्मा ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार के पास कोई ठोस योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार की ओर से निवेश आना चाहिए. उन्होंने आगे कहा, "लेकिन वित्तमंत्री ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की. और जब तक सार्वजनिक निवेश नहीं होगा आर्थिक सुधार संभव नहीं हो पाएगा."