छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में जारी शीतलहर से बचाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने राजधानी रायपुर सहित सभी नगरीय निकायों एवं ग्रामीण इलाकों में अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सभी जिलाधिकारियों को रैन बसेरों में आवश्यक सुविधाएं मुहैया करने के निर्देश भी दिए गए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक, मुख्य सचिव आर पी मंडल ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर शहर के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, व्यवसायिक क्षेत्र आदि में नियमित अलाव जलाने की व्यवस्था के साथ ही अलाव के लिए उचित मात्रा में जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने एवं इसका सतत निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं.
मंडल ने रैन बसेरों में भी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही वहां गद्दे, कम्बल, अलाव जलाने की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं. जारी आदेश के अनुसार, शहर की आवश्यकतानुसार अस्थाई रूप से नए रैन बसेरे सामुदायिक भवनों में बनाए जा सकते हैं. शासन ने झुग्गी-झोपड़ी एवं शहर के अन्य क्षेत्रों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के लिए समाज सेवी संस्थान, एनजीओ़, सी़ एस़ आऱ मद आदि से गर्म कपड़े, कम्बल आदि दान करने के साथ ही आम नागरिकों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करने की अपील की है.
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शासन की ओर से कहा गया है कि इस कार्य के लिए नेकी की दीवार, गर्म कपड़े दान कलेक्शन हेतु वाहन आदि की भी व्यवस्था की जा सकती है. शीत लहर से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को भी आवश्यक तैयारी करने के साथ ही नगरीय निकायों को भी इससे बचाव के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही स्कूलों के समय में भी बदलाव किया गया है. सुबह साढ़े सात के बजाए साढ़े आठ बजे से कक्षाओं में पढ़ाई शुरू होगी.