नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में बढ़ती खींचतान के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) दिल्ली पहुंच गए हैं और मंगलवार को पार्टी पैनल से मुलाकात करने वाले हैं। पैनल की अध्यक्षता राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कर रहे हैं, जबकि हरीश रावत और जे. पी. अग्रवाल इसके सदस्य हैं. असंतुष्ट नेता नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा एक बार फिर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद बैठक का महत्व बढ़ गया है.सिद्धू ने कथित तौर पर कहा है कि वह चुनाव में इस्तेमाल होने वाले शो पीस नहीं हैं.
कांग्रेस पैनल को राज्य में किसी भी गुट को अलग किए बिना इस मुद्दे को हल करने के लिए अधिकृत किया गया है. पंजाब इकाई में गुटबाजी को हल करने के लिए गठित कांग्रेस पैनल ने 10 जून को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपी. यह भी पढ़े: कोरोना संकट के बीच पंजाब में सियासी बवाल, CM अमरिंदर सिंह के घर के बाहर अकाली दल का प्रदर्शन, सुखबीर बादल हिरासत में लिए गए
सूत्रों ने कहा कि पैनल ने मुख्यमंत्री को हटाने की सिफारिश नहीं की है और कैप्टन अमरिंदर सिंह के अगले चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करने की संभावना है। इसके बजाय, पार्टी की राज्य इकाई में कई सुधारों का सुझाव दिया गया है.
हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू का भाग्य अभी भी स्पष्ट नहीं है, सूत्रों ने कहा कि पैनल पंजाब कैबिनेट में उनकी वापसी चाहता है। सूत्रों ने बताया कि अमरिंदर सिंह सिद्धू को डिप्टी सीएम बनाए जाने के खिलाफ हैं, लेकिन उन्हें कैबिनेट में शामिल करने के लिए तैयार हैं. पैनल ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू सहित पार्टी के सभी हितधारकों से मुलाकात की थी.