उत्तर प्रदेश सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी अभियान पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. सीएए विरोधी प्रदर्शनों के कारण प्रदेश के कई जिलों में हिंसा फैल गई है. जहां राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से शांति तथा कानून-व्यवस्था कायम रखने और नए नागरिकता कानून के संबंध में अफवाहों पर विश्वास नहीं करने की अपील की है, वहीं जिलों के अधिकारियों ने भी सीएए पर गलत जानकारियों को फैलने से रोकने के लिए अभियान छेड़ दिया है.
इटावा में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष मिश्रा ने छात्रों के समूहों से संवाद करना और उन्हें समझाना शुरू कर दिया है कि सीएए को उन्हें देश से निकालने के लिए नहीं बनाया गया है. एसएसपी छात्रों को बता रहे हैं कि ऐसा कोई कानून नहीं है जो उनसे भारत की नागरिकता छीनता हो.
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वहीं फतेहपुर में जिला प्रशासन ने पंपलेट छपवाए हैं. जिनमें शीर्ष है 'गुमराह ना हों' और नीचे सीएए के संबंध में अफवाहें और तथ्य दिए गए हैं. ये पंपलेट अल्पसंख्यक युवाओं के बीच व्यापक रूप से बांटे जा रहे हैं. मुख्यमंत्री के सचिवालय में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जिला प्रशासनों को इस मुद्दे से संबंधित अफवाहों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए कहा गया है."