नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ दिल्ली, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मंगलवार को कहा कि संपूर्ण विपक्ष देश के लोगों को गुमराह कर रहा है. मैं दोहराता हूं कि किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय (Minority Community) के किसी भी व्यक्ति की नागरिकता छीनने का कोई सवाल ही नहीं है. बिल में में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस (Congress) पार्टी से कहना चाहता हूं कि वे नेहरू-लियाकत समझौते (Nehru-Liaquat Pact) में शामिल थी.
अमित शाह ने कहा कि 70 साल तक इसे लागू नहीं किया गया, क्योंकि आप वोट बैंक (Vote Bank) बनाना चाहते थे. हमारी सरकार ने उस समझौते को लागू किया है, इससे लाखों-करोड़ों लोगों को फायदा होगा. यह भी पढ़ें- नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में नहीं थम रहा बवाल, सीलमपुर-जाफराबाद में हिंसक प्रदर्शन, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े.
Union Home Minister Amit Shah: I want to say to Congress party that this was part of Nehru-Liaquat pact but was not implemented for 70 years because you wanted to make vote bank. Our government has implemented the pact and given citizenship to lakhs and crores of people. https://t.co/Fkax9foxDh
— ANI (@ANI) December 17, 2019
गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर पिछले कुछ दिनों से देश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन जारी हैं. दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के बाद मंगलवार को सीलमपुर-जाफराबाद में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई है. वहीं, पश्चिम बंगाल में भी नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है.