बिहार (Bihar) विधानसभा में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session) में अब तक भाग नहीं लेने के मामले ने सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) को उन पर हमला करने का एक मौका दे दिया है. दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को मिली करारी हार के बाद अपने 33 दिनों के 'अज्ञातवास' के बाद तेजस्वी यादव भले ही पटना (Patna) लौट आए हैं लेकिन वे अभी भी विधानमंडल के मानसून सत्र में हिस्सा लेने सदन नहीं पहुंचे हैं. इस बीच, बिहार के जमुई क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने तेजस्वी यादव से विपक्ष के नेता (LOP) पद से इस्तीफे की मांग कर दी है.
चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव के बिहार विधानसभा की कार्यवाही से नदारद रहने पर चुटकी लेते हुए कहा कि अगर तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभा पा रहे हैं या उनकी तबीयत खराब है तो ऐसे में उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. दरअसल, तेजस्वी यादव की 'गैरमौजूदगी' आरजेडी नेताओं के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. आरजेडी के कई नेता अब इस सवाल पर चुप्पी साध ले रहे हैं. दरअसल, बिहार विधानसभा की कार्यवाही बुधवार को प्रारंभ होते ही संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी यादव के सदन में नहीं आने का मसला उठाया, जिसके बाद आरजेडी विधायक चुप हो गए. यह भी पढ़ें- RJD नेता रघुवंश प्रसाद ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, कहा- उनके बारे में कुछ पता नहीं, हो सकता है वर्ल्ड कप देखने गए हों!
हालांकि आरजेडी के कुछ नेता इस मामले में सफाई भी दे रहे हैं. आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि तेजस्वी यादव को ज्यादा समय तक बैठने में दिक्कत हो रही है, जिस कारण वह सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह जैसे ही स्वस्थ होंगे कार्यवाही में भाग लेने पहुंचेंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव सोमवार को पटना पहुंचे थे, जिसके बाद से माना जा रहा था कि वह बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में शामिल होंगे और विपक्ष की आवाज बुलंद करेंगे. लेकिन तेजस्वी अभी तक कार्यवाही में हिस्सा लेने बिहार विधानसभा नहीं पहुंचे हैं.
आईएएनएस इनपुट