नई दिल्ली, 3 नवंबर : उपचुनाव के नतीजों से उत्साहित कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि भाजपा के खिलाफ चुनावी हवा चल रही है. उन्होंने ट्विटर पर कहा, "30 सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनावों के परिणामों का एक विचारोत्तेजक विश्लेषण दिया गया है. बीजेपी ने 7 सीटें जीतीं और उसके घोषित सहयोगियों ने 8 सीटें जीतीं. कांग्रेस ने 8 सीटें जीतीं." उन्होंने कहा, "गैर-बीजेपी पार्टियों ने 7 सीटें जीतीं, जिनमें से केवल 1 सीट बीजेपी के एक क्रिप्टो सहयोगी, वाईएसआर कांग्रेस ने जीती, अन्य 6 सीटों पर भाजपा के विरोध में पार्टियों ने जीत हासिल की. सम्मान आज भी है. 2022 में हवा किस तरफ बहेगी?"
मंगलवार को घोषित तीन लोकसभा सीटों और 29 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव के नतीजे राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक राज्यों में कांग्रेस के लिए उत्साहजनक रहे हैं, जहां पार्टी अब भाजपा से बेहतर स्थिति में है. तीन लोकसभा सीटों के नतीजे बताते हैं कि भाजपा ने खंडवा (मध्य प्रदेश) में, शिवसेना ने दादरा और नगर हवेली में और कांग्रेस ने मंडी (हिमाचल प्रदेश) में जीत हासिल की है.
दादरा और नगर हवेली में शिवसेना उम्मीदवार और दिवंगत मोहन देलकर की पत्नी कलावती देलकर ने 50,000 से अधिक मतों से जीत हासिल की. कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई तीनों विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की. कांग्रेस ने राजस्थान की वल्लभनगर और धारियावाड़ दोनों सीटों पर भी जीत हासिल की है. पश्चिम बंगाल में, तृणमूल कांग्रेस ने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा और सहयोगियों ने पूर्वोत्तर में आधार हासिल किया है. पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों में से तीन में बीजेपी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है. यह भी पढ़ें : Crackers Banned: उत्तर प्रदेश में पटाखा प्रतिबंधित होने से व्यापारी परेशान
गोसाबा, खरधा और दिनहाटा में भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है, जिससे पार्टी के प्रदर्शन पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो गया है. जद (यू) ने बिहार की दोनों सीटों - कुशेश्वर अस्थान और तारापुर में जीत हासिल की है. मध्य प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर बीजेपी को आसान जीत मिली है. पार्टी ने जोबट भी जीता है. महाराष्ट्र में उपचुनाव में एकमात्र सीट कांग्रेस को मिली है. कांग्रेस ने कर्नाटक में बीजेपी से हनागल सीट छीन ली है, जो मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है, लेकिन बड़ा झटका टीआरएस को लगा है, जो हुजूराबाद सीट बीजेपी से हार गई है.