दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना में आम आदमी पार्टी (आप) की भारी जीत के स्पष्ट संकेत के बीच महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को कांग्रेस के वोट अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी के पास चले जाने को भाजपा की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया. सत्तारूढ़ शिवसेना ने कहा कि भाजपा को शाहीन बाग प्रदर्शन को लेकर ध्रुवीकरण करने की कोशिश के बावजूद ‘सीमित सफलता’ मिली.
शाहीन बाग में महिलाएं संशोधित नागरिकता कानून, प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ धरने पर बैठी हुई हैं. उपलब्ध रूझानों के अनुसार आम आदमी पार्टी दिल्ली में तीसरी बार सत्तासीन होने की ओर अग्रसर है. पाटिल ने दावा किया, ‘‘ पूरी दिल्ली एक समय कांग्रेस के हाथों में थी जब उसकी वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित के हाथों में कमान थी. कांग्रेस ने भाजपा को हराने के लिए चुनाव से महज चार दिन पहले अपने वोट आप को दे दिये.’’
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कांग्रेस और आप ने अलग अलग विधानसभा चुनाव लड़ा था. पाटिल ने कहा कि पूरे देश में ‘भाजपा को अलग थलग करने’ के लिए निरंतर प्रयास किया गया और जिस तरह महाराष्ट्र में सरकार बनायी गयी, उसे लोगों ने देखा. उन्होंने कहा कि यही तरकीब कांग्रेस ने दिल्ली में अपनायी. भाजपा नेता ने दावा किया, ‘‘ हमे दिल्ली में सदैव 33 फीसद वोट मिले और आप देखेंगे कि दिल्ली चुनाव के नतीजे पूरी तरह स्पष्ट हो जाने के बाद हमारा मत प्रतिशत बढ़ेगा.’’
उधर सत्तारूढ़ शिवसेना ने कहा कि भाजपा की राजनीति की शैली को दिल्ली के लोगों ने खारिज कर दिया. शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा, ‘‘भाजपा लंबे समय से दिल्ली में (केंद्र में) सत्ता में है. उसके बाद भी आम आदमी पार्टी अपने काम के बलबूते चुनाव जीत गयी.’’