पणजी: गोवा की भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) इकाई ने सोमवार को कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) का अंतिम संस्कार सरकार बनाने से ज्यादा जरूरी है. नितिन गडकरी और पार्टी के महासचिव बी.एल. संतोष समेत बीजेपी नेताओं तथा गठबंधन सहयोगियों के बीच रविवार रात में हुई बैठक में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका. गडकरी, संतोष, अन्य राज्यों के बीजेपी नेताओं के साथ रातभर चली बैठक के बाद गोवा फॉरवार्ड विधायक विजय सरदेसाई ने कहा कि बैठक में कोई निर्णय नहीं निकल सका.
उनकी पार्टी के विधायक माइकल लोबो ने दावा किया है कि पूर्व लोक निर्माण विभाग मंत्री और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) नेता सुदिन धावलिकर ने मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश किया है. सोमवार तड़के पहले दौर की वार्ता विफल होने के बाद, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने कहा कि पर्रिकर के अंतिम संस्कार के बाद ही सरकार निर्माण की प्रक्रिया के बारे में दोबारा चर्चा होगी.
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सिटी रिसोर्ट में पहले दौर की बैठक के बाद सोमवार सुबह तेंदुलकर ने संवाददाताओं से कहा, "हमें सबसे पहले उनके पार्थिव शरीर के दर्शन करने जाना है. इसके बाद उनके शरीर को पार्टी कार्यालय लाया जाएगा और इसके बाद निर्णय लिया जाएगा." लोबो ने तेंदुलकर के बयान का समर्थन करते हुए कहा, "आज (सोमवार) मनोहर जी का अंतिम संस्कार और अन्य काम होने हैं. यह प्राथमिकता है. समाधान कल निकल आएगा."
बीजेपी विधायक ने भी कहा कि गडकरी और संतोष के साथ बैठक में धावलिकर ने एक प्रस्ताव रखते हुए उन्हें गठबंधन सरकार का मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश की. तेंदुलकर ने कहा, "धावलिकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. उन्होंने अपनी मांग रखी है. इस पर विचार हो रहा है. धावलकर ने कहा कि उन्होंने बीजेपी को समर्थन देकर कई बार त्याग किया है. लेकिन बीजेपी उनकी मांग नहीं मानेगी."
लोबो ने कहा कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए विश्वजीत राणे तथा प्रमोद सावंत के नाम चुने हैं.