पटना, 25 जुलाई: बिहार कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के प्रमुख और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह (Akhilesh Singh) ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस (Congress) ने कभी भी जाति आधारित राजनीति न की है और न ही करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस एससी, एसटी, पिछड़े और अति पिछड़ों का प्रारंभ से ख्याल रखी है और आगे भी रखेगी. उन्होंने स्पष्ट कहा कि आजादी के बाद ही कांग्रेस ने दारोगा प्रसाद राय को बिहार (Bihar) में मुख्यमंत्री बनाकर पिछड़ों का सम्मान दिया है.
उन्होंने कहा कि बिहार में रामशरण प्रसाद सिंह को पार्टी के नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने कहा कि जो लोग जातीय राजनीति करते हैं वही लोग आज कांग्रेस पर यह आरोप लगा रहे हैं उन्होंने कहा, "रामजयपाल सिंह को कांग्रेस ने बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाने का काम किया था जबकि बुद्घदेव सिंह, रामलखन सिंह यादव, डॉ़ रामराज सिंह, लाल सिंह त्यागी को भी पार्टी ने योग्य सम्मान दिया था."
उन्होंने विरोधियों पर इशारे ही इशारों में निशाना साधते हुए कहा, "जिन्हें इतिहास का ज्ञान नहीं है, उन्हें ऐसे वरिष्ठजनों को अपना आदर्श मानकर राजनीति सीखनी चाहिए." उन्होंने कहा कि भोला पासवान शास्त्री जैसे नाम भी कांग्रेस पार्टी में ही थे. सिंह ने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सोच कभी भी जातीय सियासत की नहीं रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सामाजिक न्याय की प्रारंभ से ही पक्षधर रही है.
उन्होंने कहा कि आज जो आरक्षण की बात कर रहे हैं वह भी कांग्रेस की ही देन है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिंह ने कहा कि आने वाले चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी अपने परंपरा के मुताबिक सवर्ण से लेकर एससी, एसटी, ओबीसी और ईबीसी का सम्मान करेगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, "कांग्रेस का नेतृत्व हर मुद्दों पर गंभीर है और किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगा. हम मानते हैं कि हमसे कुछ गलतियां हुई है, लेकिन उसका सुधार हमने किया और जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष किया." उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश पाल ने कांग्रेस में पिछड़ों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद कांग्रेस विरोधियों के निशाने पर आ गई हैं.