Bihar Politics: बिहार के लिए आज का दिन बेहद अहम, शह-मात के खेल से उठेगा पर्दा, किसके साथ जाएंगे नीतीश ?

Bihar Politics: बिहार में सियासी बदलाव की अटकलों का दौर गर्म है. सभी की निगाहें अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की जनता दल यूनाइटेड (JDU) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की अपने-अपने विधायकों की बुलाई बैठकों पर टीकी हुई हैं. वहीं बीजेपी (BJP) ने भी अपने बड़े नेताओं को दिल्ली तलब किया है. बिहार में बदल रहे राजनीतिक हालात पर राष्ट्रीय जनता दल की पैनी नजर है. पार्टी की ओर से सभी विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास किया जा रहा है. Bihar Politics: क्या BJP करेगी नीतीश कुमार का गेम? शाहनवाज हुसैन, रविशंकर प्रसाद समेत कई नेता दिल्ली तलब, बिहार के लिए आज का दिन अहम

बीजेपी भी दांव खेलने को है तैयार 

इस सियासी घमासान के बीच भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने शीर्ष नेताओं को स्थिति का आकलन करने और कार्ययोजना तैयार करने के लिए दिल्ली बुलाया है. रविशंकर प्रसाद, शाहनवाज हुसैन, नितिन नवीन, सतीश चंद्र दुबे जैसे भाजपा नेता दिल्ली के लिए रवाना भी हो चुके हैं.

JDU की बैठक

पहले बात करते हैं JDU के बैठक की. बिहार में सत्ताधारी और बीजेपी की गठबंधन साथी जदयू ने मंगलवार को अपने सभी सांसदों, विधायकों व विधान पार्षदों की अहम बैठक बुलाई है. पार्टी नेताओं को सोमवार को ही पटना पहुंचने का संदेश दिया गया है.

RJD की बैठक

राष्ट्रीय जनता दल ने अपने विधायक व विधान पार्षदों की आज बैठक बुलाई है. राबड़ी आवास में बैठक का आयोजन होगा. जानकारी तो यह भी निकलकर आ रही है कि राजद ने अपने विधायकों को 12 अगस्त तक पटना नहीं छोड़ने को भी कह दिया है. इसमें तेजस्वी विधायकों को क्या संदेश देते हैं, यह अहम माना जा रहा है. पार्टी की ओर से विधायकों को एकजुट रहने का संदेश देने की कोशिश लगातार की जा रही है.

जीतन राम मांझी की पार्टी ने भी बुलाई मीटिंग

उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' ने भी अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है. पार्टी प्रमुख की मौजूदगी में वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक को प्रवक्ता दानिश रिजवान ने महत्वपूर्ण बताया.

क्यों नाराज हैं नीतीश कुमार 

नीतीश कुमार की नाराजगी की मुख्य वजह फ्री हैंड न मिलना है. इसी वजह से वे दिल्ली में सरकार के कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हो रहे हैं. उन्होंने राज्य में बीजेपी नेताओं से भी दूरी बनाए रखी है. अब ये फ्री हैंड भी इसलिए नहीं मिल रहा क्योंकि RCP सिंह जैसे नेताओं ने जेडीयू से ज्यादा बीजेपी के प्रति अपनी वफादारी दिखाई है. उनका बीजेपी के ज्यादा करीब जाना ही नीतीश कुमार को अखर रहा था.

बता दें कि आरसीपी सिंह (RCP Singh) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. जेडीयू ने उनसे भ्रष्टाचार आरोपों पर सफाई मांगी थी, जिसके बाद आरसीपी सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जेडीयू नेता आरसीपी सिंह कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे. पार्टी के साथ अनबन के चलते आरसीपी सिंह ने सीएम नीतीश कुमार के लिए यहां कह दिया कि नीतीश कुमार सात जन्मों तक पीएम नहीं बन पाएंगे.