बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होकर चुनाव मैदान में उतरी भाकपा (माले) ने गुरुवार को घोषणा पत्र जारी कर दिया. भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणा पत्र को जारी करते हुए कहा कि नीतीश कुमार को लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों से कोई लेना-देना नहीं रह गया है.
घोषणा पत्र में डी बंदोपाध्याय आयोगों की अनुशंसाओं के आलोक में सीलिंग की जमीन घटाना, कानून का सख्ती से पालन, भूदान समितियों का पुनस्र्थापना, बटाईदारों का पंजीकरण, किसानी का हक, बिना आवास वाले परिवार को 10 डिसमिल आवासीय जमीन देने की घोषणा की गई है.
पार्टी ने बन्द पड़ी मिलों व सरकारी इलाके की बीमार इकाइयों को फिर से शुरू करने का वादा किया है, जबकि रोजगारोन्मुख औद्योगिक विकास पर जोर देते हुए अन्य छोटे-मध्यम उद्योगों पर विकास करने का वादा भी किया गया है.
घोषणा पत्र में बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता का प्रावधान करने का वादा किया गया है, तो सरकारी विभागों में रिक्त पड़े सभी पदों पर अविलंब बहाली का वादा किया गया है. घोषणापत्र जारी करने के मौके पर कविता कृष्णन, राजाराम सिंह व केडी यादव भी उपस्थित थे.