झारखंड में सात आदिवासियों की हत्या को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है. केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह बहुत चिंता का विषय है. केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि झारखंड की सरकार खुद को आदिवासी हितैषी कहती है, फिर भी इतनी बड़ी जघन्य घटना हो जाती है. मुंडा ने कहा, "इस मामले में मेरे मंत्रालय द्वारा जांच की जा रही है और पूरी जानकारी ली जा रही है."
उन्होंने कहा कि निर्दोष आदिवासियों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई. प्रदेश सरकार शासन व्यवस्था को दुरुस्त करे और निर्दोष आदिवासियों की हत्या में शामिल लोगों को सजा दिलाने के लिए जांच समिति का गठन करे और इस मामले को न्यायपूर्ण तरीके से सुलझाया जाए.
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मंगलवार को झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई थी. गुदड़ी थाना क्षेत्र में पत्थलगढ़ी आंदोलन से जुड़े लोग लोगों से सरकारी कागज ले रहे थे, उसी समय दूसरे गुट के लोगों ने इसका विरोध किया. बताया गया है कि विरोध के दौरान जमकर मारपीट हुई. विवाद काफी बढ़ जाने के बाद एक गुट ने इस वारदात को अंजाम दिया.