महाराष्ट्र की राजनीति पर शरद पवार ने पुणे में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि पहले भी ऐसी बगावत हो चुकी है. दो दिन पहले देश के प्रधानमंत्री का बयान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ था. उस बयान में उन्होंने दो बातें कही थीं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी पार्टी है. यह कहते हुए उन्होंने राज्य सहकारी बैंक और सिंचाई विभाग में शिकायत का जिक्र किया. प्रधानमंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद आज उन्होंने राज्य कैबिनेट में एनसीपी के कुछ सहयोगियों को शपथ दिलाई. इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री द्वारा लगाए गए आरोप सही नहीं थे. मैं पार्टी और उन लोगों को बरी करने के लिए प्रधानमंत्री का आभारी हूं जिनके खिलाफ आरोप लगाए गए थे. महाराष्ट्र में किसी की भी हो सरकार, डिप्टी सीएम बनते हैं अजित पवार, 31 महीने में तीसरी बार ली शपथ
अगले कुछ दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा
शरद पवार ने कहा 'हमारे कुछ साथियों ने पार्टी के रुख से अलग रुख अपनाया. पार्टी के संगठनात्मक परिवर्तन पर विचार करने के लिए मैंने 6 जुलाई को पार्टी समारोह में एक बैठक आयोजित की. इससे पहले भी कुछ साथियों ने पार्टी से बिल्कुल अलग रुख अपनाया है. हमने भी पक्ष रखा कि हम ही पार्टी हैं. अगले कुछ दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि विधायिका के कुछ सदस्यों ने कितना अलग रुख अपनाया है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इनमें से कुछ सदस्यों ने मुझसे कहा कि भले ही हमने हस्ताक्षर कर दिए हैं, फिर भी हमारी एक अलग भूमिका है. यदि मुझसे संपर्क करने वाले सहकर्मी इस तस्वीर को जनता के सामने पेश करते हैं, तो मैं उन पर विश्वास करूंगा, यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो मैं यह निष्कर्ष निकालूंगा कि उनकी स्थिति अलग है.'
देशाच्या प्रधानमंत्र्यांनी दोन दिवसांपूर्वी केलेलं वक्तव्य हे राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाच्या विरोधी होतं. त्या वक्तव्यात त्यांनी दोन गोष्टी सांगितल्या. राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष हा भ्रष्टाचारात सापडलेला पक्ष आहे. हे सांगताना त्यांनी राज्य सहकारी बँक आणि सिंचन विभागात जी तक्रार…— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) July 2, 2023
NCP का भविष्य
उन्होंने कहा- 'जहां तक पार्टी के भविष्य का सवाल है तो आज की स्थिति दूसरों के लिए नई हो सकती है लेकिन मेरे लिए नहीं. 1980 में चुनाव के बाद मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायकों में से छह विधायकों को छोड़कर सभी विधायक एक माह के भीतर चले गये. मैंने पांच विधायकों को साथ लेकर दोबारा पार्टी बनाई. अगले चुनाव में दो-तीन लोगों को छोड़कर जो हमें छोड़कर चले गए, सभी हार गए. 1980 में जो तस्वीर देखी गई थी, उसे महाराष्ट्र के लोगों के सहयोग से कैसे बहाल किया जा सकता है, यह मेरा एक-भाग का कार्यक्रम होगा. मुझे महाराष्ट्र के आम लोगों और विशेषकर युवा पीढ़ी पर बहुत भरोसा है.'
चार साल पहले बनाई थी गठबंधन की सरकार
एनसीपी चीफ ने कहा 'चार साल पहले भी यही तस्वीर राज्य विधानसभा में थी. लेकिन राज्य में जहां भी हम जा सकते थे, वहां जाकर अपनी बात रखी, नतीजा यह हुआ कि हमारी संख्या बढ़ती गई और हमने गठबंधन सरकार बनाई. आज फिर वही स्थिति है. इन सभी स्थितियों में कई लोग संपर्क कर राय दे रहे हैं कि हम सब एक हैं, आपके साथ हैं.'
आगे की रणनीति
शरद पवार ने कहा 'कल सुबह करहद स्व. यशवंतराव चव्हाण साहब की समाधि पर दर्शन करने के बाद सतारा में दलित समुदाय के लोगों की पहली बैठक करेंगे. उसके बाद प्रदेश और देश में जाकर जितना संभव हो लोगों से संपर्क बढ़ाने का प्रयास करना मेरी नीति होगी.'
महाराष्ट्र में सियासी उलटफेर
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला. अजित पवार एक घंटे के भीतर नेता विपक्ष से डिप्टी सीएम बन गए. रविवार को सियासी घटनाक्रम इतनी तेजी से बदला कि किसी को किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. अजित पवार के साथ उनके विधायकों ने भी राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली. इन 8 NCP विधायकों में धर्मराव अत्रम, सुनील वलसाडे, अदिति तटकरे, हसन मुश्रीफ, छगन भुजबल, धन्नी मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल शामिल हैं.