नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को हर संभव मानने की कोशिश हो रही है कि वे अपना इस्तीफा वापस ले लें. लेकिन वे अपने इस्तीफे पर अभी भी अड़े हुए है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) देर से ही सही उन्होंने एक ट्विट करके लोकसभा चुनाव में मिली हार को लेकर जिम्मेदारी ली हैं. अशोक गहलोत और दूसरी अन्य नेताओं के लाख मनाने के बाद भी राहुल गांधी इस्तीफा वापस लेने को लेकर मान नहीं रहे हैं. उन्होंने अशोक गहलोत के ट्वीट के जवाब में कहा कि वे अपना इस्तीफा नहीं लेंगे.
सीएम अशोक गहलोत राहुल गांधी को एक तरह से इस्तीफा वापस लेने को लेकर उन्होंने एक ने ट्वीट किया, जिस ट्विट में उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक आज अपनी एकजुटता दिखाने के लिए माननीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके निवास पर होगी. इससे पहले भी हम सभी ने कहा है कि हम माननीय कांग्रेस अध्यक्ष के साथ हैं और हम 2019 की हार की जिम्मेदारी लेते हैं. यह भी पढ़े: कांग्रेस में मान-मनौव्वल जारी: राहुल गांधी को मानाने में जुटे दिग्गज नेता, इस्तीफा वापस लेने की मांग पर कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
All Chief Ministers of Congress ruled states will be meeting Hon’ble Congress President Sh. #RahulGandhi today at his residence to show our solidarity. Earlier also we all have stated that we are with Hon’ble CP and we own the responsibility of the 2019 debacle.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 1, 2019
अशोक गहलोत ने अपने इस ट्विट के बाद एक और ट्विट किया है. जिसमें उन्होंने कुछ नेताओं के फोटो शेयर किया है. उसमें लिखा है कि जम्मू और कश्मीर के कांग्रेस नेताओं ने आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके घर पर मुलाकात की. राज्य इकाई ने आगामी विधानसभा चुनावों, सामान्य चुनावों में हार के कारणों और राज्य में वर्तमान परिदृश्य पर चर्चा हुई.
Jammu and Kashmir Congress leaders met Congress President Rahul Gandhi at his residence earlier today. The state unit discussed upcoming assembly polls, reasons behind defeat in General elections & current scenario in the state. pic.twitter.com/d0pFUKA66X
— ANI (@ANI) July 1, 2019
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बीजेपी के सामने हार का मुंह देखना पड़ा. पार्टी महज 52 सीटों पर ही सिमट कर रह गई. दुःख की बात है कि राहुल गांधी अपनी पुश्तैनी सीट अमेठी से चुनाव हार गए. जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. हालंकि वे केरल के वायनाड से चुनाव जीतने में कामयाब हुए. लेकिन पार्टी की करारी हार को लेकर उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. जिस इस्तीफे को वापस लेने को लेकर पार्टी के नेता, पदाधिकारी मनाने की काफी कोशिश कर रहे है. लेकिन उनका साफ़ कहना है कि वे अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे.