बेंगलुरू में पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रगान गाकर जीता प्रदर्शनकारियों का दिल
देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच बेंगलुरू में एक आईपीएस रैंक के पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रगान गाकर प्रदर्शनकारियों का दिल जीत लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक वहां से लौट गए.
देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच बेंगलुरू में एक आईपीएस रैंक के पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रगान गाकर प्रदर्शनकारियों का दिल जीत लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक वहां से लौट गए. यहां सिटी सेंटर के टाउन हॉल में गुरुवार को लोग प्रदर्शन कर रहे थे. उन्हें समझाने के लिए पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) चेतन सिंह राठौड़ पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा, "अगर आपको मुझ पर और जो मैं कह रहा हूं, उस पर विश्वास है तो आप सभी मेरे साथ एक गीत गाएं."
इसके बाद उन्होंने राष्ट्रगान जन गण मन गाना शुरू कर दिया और प्रदर्शनकारी भी उनके साथ गाने लगे. राठौड़ ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्होंने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए क्षेत्र से प्रदर्शनकारियों को हटने के लिए किस तरह राजी किया. राठौड़ ने बताया कि प्रदर्शन स्थल पर एकत्रित हुए अधिकांश लोगों को नियंत्रित करने के लिए कोई भी नेता नहीं था और वह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदर्शन करने पहुंचे थे.
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शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो क्लिप में राठौड़ प्रदर्शनकारियों को असामाजिक तत्वों से सावधान रहने के लिए कहते हुए दिखाई दिए. राठौड़ की बेहतर सलाह पर भरोसा करते हुए कई प्रदर्शनकारियों ने न केवल उनकी सराहना की, बल्कि बात भी मान ली.
प्रदर्शनकारी राठौड़ के साथ राष्ट्र गान गाते नजर आए. इस दौरान कुछ लोग तालियां व सीटी बजाते देखे गए और उन्होंने पूरे जोश के साथ राष्ट्र गान भी गाया. प्रदर्शनकारियों ने बाद में जय हिंद के नारे लगाए और वहां से हट गए. राठौड़ द्वारा बिना किसी बल प्रयोग के प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया, जिसकी सोशल मीडिया पर भी काफी सराहना की जा रही है.