PMC Bank Case: पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) (Punjab And Maharashtra Co. Operative Bank) के कर्ज में डिफाल्ट (Loan Default) किए जाने के मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offence Wing) ने बड़ी कार्रवाई की है. लोन डिफाल्ट के मामले में पुलिस ने रियल एस्टेट कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) (Housing Development Infrastructure Limited- HDIL) के दो निदेशकों सारंग वधावन (Sarang Wadhawan) और राकेश वधावन (Rakesh Wadhwan) को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि एचडीआईएल (HDIL) ने पीएमसी बैंक (PMC Bank) के कर्ज में डिफॉल्ट किया था. हालांकि इससे पहले 26 सितंबर को मुंबई पुलिस को इस बाबत दो शिकायतें मिली थी, जिसके बाद कंपनी के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सारंग वधावन को पेश होने के लिए कहा गया था.
एचडीआईएल के दो निदेशक गिरफ्तार-
PMC Bank matter: Housing Development Infrastructure Limited (HDIL) Directors, Sarang Wadhawan and Rakesh Wadhwan, accused of loan default, have been arrested by Economic Offence Wing. More details awaited. pic.twitter.com/JpgA3WrTv7
— ANI (@ANI) October 3, 2019
हालांकि इससे पहले बीते सोमवार को ही इस कंपनी के दो निदेशकों सारंग वधावन और राकेश कुमार वधावन के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था. कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री ने लुकआउट सर्कुलर जारी करने की अपील की थी. इस सर्कुलर को जारी किए जाने के साथ ही दोनों के विदेश जाने पर पाबंदी लगा दी गई और अब आर्थिक अपराध शाखा ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. यह भी पढ़ें: PMC बैंक के बाद आरबीआई ने लक्ष्मी विलास बैंक पर की कड़ी कार्रवाई, डे टू डे ट्रांजेक्शन पर नहीं पड़ेगा कोई असर
बताया जा रहा है कि एचडीआईएल ने बैंक ऑफ इंडिया के 100 करोड़ के लोन को चुकाने के लिए पीएमसी से लोन लिया था. सूत्रों की मानें तो पिछले 10 सालों में एचडीआईएल को पैसे दिलाने के लिए बैंक ने कई डमी अकाउंट खोले थे. पीएमसी बैंक के पूर्व एमडी जॉय थॉमस पर एचडीआईएल की गलत तरीके से मदद करने का आरोप है. इस कंपनी ने बैंक से करीब 2500 करोड़ रुपए का लोन लिया है, जिसे चुकाया नहीं गया है और अब यह कंपनी दिवालिया हो गई है.
गौरतलब है कि इस मामले की जांच के लिए आर्थिक अपराध शाखा ने विशेष जांच दल यानी एसआईटी का गठन किया है. पुलिस ने एचडीआईएल और पीएमसी बैंक के 14 अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धाराएं 409, 420, 465, 466, 471 और 120बी के तहत केस दर्ज किया है.