BRICS Summit 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12वें ब्रिक्स सम्मेलन में अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान के सहयोगी चीन को घेरते हुए ब्रिक्स देशों से आतंकवाद के मददगार देशों को जवाबदेह ठहराने की अपील की. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को वर्चुअली अपने संबोधन में कहा, "आज विश्व में सबसे बड़ी समस्या आतंकवाद है. हमें निश्चित ही यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जो देश आतंकवाद को समर्थन देते हैं और सहयोग पहुंचाते हैं, उन्हें भी दोषी ठहराया जाना चाहिए और समस्या को संगठित तरीके से सुलझाना चाहिए."
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारतीय संस्कृति में, पूरे विश्व को एक परिवार को रूप में देखा जाता है. इसलिए संयुक्त राष्ट्र जैसे संस्थानों को समर्थन देना हमारे लिए स्वाभाविक है. भारत ने पीसकीपिंग अभियान में अपने महत्वपूर्ण जवानों को खोया है, लेकिन आज बहुध्रवीय प्रणाली संकट के एक दौर से गुजर रहा है." यह भी पढ़े: संयुक्त राष्ट्र: UN महासभा 2020 में पाक पीएम इमरान खान ने दोहराया 2019 का भाषण, इस्लामोफोबिया-RSS और मोदी-कश्मीर के मुद्दे थे शामिल
रूस की अध्यक्षता में ब्रिक्स की आतंकवाद-रोधी रणनीति को अंतिम रूप देने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और भारत अपनी अध्यक्षता के दौरान इस कार्य को आगे बढ़ाएगा. मोदी ने ब्रिक्स अर्थव्यवस्था पर कहा, "हम विश्व आबादी में 42 प्रतिशत से ज्यादा हैं और हमारा देश वैश्विक अर्थव्यवस्था के मुख्य इंजनों में से है. ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए कई स्कोप हैं.