पीएम मोदी ने सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से की मुलाकात, कहा - उनसे मिलकर हमेशा खुशी होती है

सिंगापुर, 5 सितंबर : दो दिवसीय सिंगापुर दौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से मुलाकात की. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर मुलाकात की एक तस्वीर भी शेयर की है. पीएम मोदी ने फोटो शेयर करते हुए लिखा, “मेरे मित्र और सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से मिलकर मुझे हमेशा खुशी होती है. वह हमेशा से भारत-सिंगापुर के घनिष्ठ संबंधों के मजबूत समर्थक रहे हैं. विभिन्न मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि भी बहुत समृद्ध है. हमने इस बात पर अच्छी चर्चा की है कि कैसे हमारे देश हरित ऊर्जा, फिनटेक आदि जैसे भविष्य के क्षेत्रों में मिलकर काम कर सकते हैं.”

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वोंग के साथ एक बैठक की. इस दौरान दोनों नेताओं ने संबंधों को 'व्यापक रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाने पर सहमत जताई. वोंग से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत देश के भीतर कई 'सिंगापुर' बनाना चाहता है. यह भी पढ़ें : भारत में 18 प्रतिशत यूनिकॉर्न स्टार्टअप का नेतृत्व कर रही हैं महिलाएं: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

उन्होंने कहा, "सिंगापुर सिर्फ एक भागीदार देश नहीं है, बल्कि हर विकासशील देश के लिए एक प्रेरणा है. हम भी भारत में अनेक 'सिंगापुर' बनाना चाहते हैं. मुझे खुशी है कि हम साथ मिलकर उस दिशा में काम कर रहे हैं. हमारे बीच गठित मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन एक पथ-प्रदर्शक तंत्र है, कौशल, डिजिटलीकरण, गतिशीलता, सेमीकंडक्टर, उन्नत विनिर्माण, एआई, स्वास्थ्य सेवा, साइबर सुरक्षा जैसे सहयोग के क्षेत्र पहल के प्रतीक बन गए हैं."

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "संबंधों में एक नया अध्याय: व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्थापित हुई. पीएम मोदी और पीएम लॉरेंस वोंग ने आज सिंगापुर में एक सार्थक बैठक की. दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलने पर सहमत हुए जिसमें उन्नत विनिर्माण, कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा, कौशल विकास और स्थिरता के क्षेत्रों के विभिन्न पहलुओं की व्यापक समीक्षा की गई."

पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और सिंगापुर के बीच डिजिटल प्रौद्योगिकी, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य सहयोग और कौशल विकास के क्षेत्र में प्रमुख समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेंगे.