वाराणसी में बोले पीएम मोदी, सामान्य कारोबारियों को दस्तावेज के बोझ से मुक्त करने का काम जारी
वाराणसी दौरे पर पीएम मोदी (Photo Credits: ANI)

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी (PM Modi) ने आज (16 फरवरी) उत्‍तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) का दौरा किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 'काशी एक रूप अनेक' प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. साथ ही उन्होंने अमेरिका, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया सहित विश्व के विभिन्न देशों से आये हुए खरीदारों और दस्तकारों के साथ भी बातचीत की.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा “यहां भांति-भांति के कलाकार, शिल्पकार एक ही छत के नीचे हैं. एक-एक धागे को जोड़कर, मिट्टी के एक-एक कण को घटकर, बेहतरीन निर्माण करने वालों के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों को चलाने वाले, एक ही छत के नीचे बैठे हैं. सच में, काशी एक है, लेकिन उसके रूप अनेक हैं.” क्या सच में फेसबुक पर डोनाल्ड ट्रंप नंबर 1 और पीएम नरेंद्र मोदी दूसरे पायदान पर हैं? यहां पढ़ें अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे में है कितनी सच्चाई

बजट में कारोबार जगत के लिए की गई घोषणाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा “इस बार का जो बजट है, उसने भी सरकार की प्राथमिकताओं को स्पष्ट कर दिया है. सिर्फ इस साल के लिए नहीं बल्कि आने वाले 5 वर्षों के लिए छोटे और मझोले उद्योगों के विकास का एक खाका खींचा गया है. आज कोशिश ये की जा रही है कि सामान्य जन को और सामान्य कारोबारी को कागजों के, दस्तावेज़ों के बोझ से मुक्त किया जाए. सरकारी प्रक्रियाएं उलझाने के बजाय सुलझाने वाली हों, रास्ता दिखाने वाली हों, इसके लिए काम किया जा रहा है.”

वहीं जीएसटी को बड़ा बदलाव बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू होने से देश के लॉजिस्टिक्स में व्यापक बदलाव आया है. अब इस बदलाव को और मजबूत किया जा रहा है. देश में पहली बार नेशनल लॉजिस्टिक पॉलिसी तैयार की जा रही है. इससे लघु उद्योग और सशक्त होंगे.

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के वाराणसी दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजामात किए गए थे. अतरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) बृजभूषण शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर बड़ी सावधानी रखी गई. दस कमांडो की टीम के अलावा बाहर से 300 इंस्पेक्टर व दारोगा की तैनाती की गई. रूट ड्यूटी के अलावा घरों की छतों पर फोर्स लगाई गई. वहीं एटीएस की कई टीमों व बम निरोधक दस्ते की 18 टीमों को भी तैनात किया गया. इसके अलावा वाराणसी जिले के 3500 कांस्टेबलों को 49 डीएसपी की अगुवाई में सुरक्षा में लगाया गया था.