Buddha Purnima 2020: पीएम मोदी ने कहा- भारत बिना स्वार्थ के दुनिया के साथ खड़ा, कोरोना वॉरियर्स को भी सराहा
पीएम मोदी (File Photo)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के अवसर पर ऑनलाइन वेसाक वैश्विक समारोह (Vesak Global Celebrations) को संबोधित किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री विश्वभर में फैले भगवान बुद्ध के अनुयायियों को बुद्ध पूर्णिमा की और बैसाख उत्सव की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि इस बार परिस्थितियां कुछ अलग हैं, इसलिए आमने-सामने आकर आपसे मुलाकात नहीं हो पा रही है. भारत आज प्रत्येक भारतवासी का जीवन बचाने के लिए हर संभव प्रयास तो कर ही रहा है, अपने वैश्विक दायित्वों का भी उतनी ही गंभीरता से पालन कर रहा है. भारत बिना स्वार्थ के दुनिया के साथ खड़ा है. बुद्ध पूर्णिमा पर ‘वेसाक दिवस’ (Visak day) भगवान बुद्ध के जन्म, बुद्धत्व की प्राप्ति और उनके महापरिनिर्वाण की स्मृति में मनाया जाता है.

कोरोना वॉरियर्स की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा “आपने इस समारोह को कोरोना वैश्विक महामारी से मुकाबला कर रहे पूरी दुनिया के हेल्थ वर्कर्स और दूसरे सेवा-कर्मियों के लिए प्रार्थना सप्ताह के रुप में मनाने का संकल्प लिया है. करुणा से भरी आपकी इस पहल के लिए मैं आपकी सराहना करता हूं.” राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष ने बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं दीं

उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक जीवन की मुश्किल को दूर करने के संदेश और संकल्प ने भारत की सभ्यता को, संस्कृति को हमेशा दिशा दिखाई है. भगवान बुद्ध ने भारत की इस संस्कृति को और समृद्ध किया है. वो अपना दीपक स्वयं बनें और अपनी जीवन यात्रा से दूसरों के जीवन को भी प्रकाशित कर दिया.

गौरतलब है कि इस साल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बुद्ध पूर्णिमा का पर्व लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से मनाया जा रहा है. यह पर्व संक्रमण से मारे गए लोगों की याद में और कोरोना-19 योद्धाओं के सम्मान में मनाया जा रहा है. सांस्कृतिक मंत्रालय, इंटरनेशनल बुद्धिस्ट कन्फेडरेशन (आईबीसी) के साथ मिलकर एक आभासी प्रार्थना कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. Happy Buddha Purnima 2020 Messages: बुद्ध पूर्णिमा की दोस्तों-रिश्तेदारों को दें बधाई, भेजें ये प्यारे हिंदी GIF Images, Facebook Greetings, WhatsApp Status, SMS, Quotes और वॉलपेपर्स

दुनियाभर के बौद्ध संघ के प्रमुख इस क्रायक्रम में हिस्सा ले रहे है. प्रार्थना समारोहों को पवित्र गार्डन लुम्बिनी (नेपाल), महाबोधि मंदिर (बोधगया, भारत), मूलगंध कुटी विहार (सारनाथ), परिनिर्वाण स्तूप(कुशीनगर) तथा अन्य स्थानों सीधा प्रसारित किया गया.