
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई इलाकों में एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को सफलतापूर्वक निशाना बनाया. इसके लिए भारतीय सेना ने हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल किया. रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि यह जवाबी कार्रवाई उसी स्तर और तीव्रता के साथ की गई है, जैसी कि पाकिस्तान द्वारा की गई थी. मंत्रालय ने यह भी बताया कि लाहौर में स्थित एक एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया गया है.
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, "भारतीय कार्रवाई पाकिस्तान की ओर से हुई गतिविधियों के जवाब में समान क्षेत्र और समान तीव्रता के साथ की गई है. यह विश्वसनीय रूप से पता चला है कि लाहौर में एक एयर डिफेंस प्रणाली को निष्क्रिय किया गया है."
इस बीच, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में बिना उकसावे के गोलीबारी और गोलाबारी तेज कर दी है. मंत्रालय के मुताबिक, "पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का इस्तेमाल करते हुए एलओसी पर फायरिंग बढ़ा दी है."
This morning, the Indian Armed Forces targeted Air Defence Radars and systems at a number of locations in Pakistan. Indian response has been in the same domain with same intensity as Pakistan. It has been reliably learnt that an Air Defence system at Lahore has been neutralised.… pic.twitter.com/z2OexT2nJP
— ANI (@ANI) May 8, 2025
इस ताजा घटनाक्रम से सीमा पर तनाव और अधिक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. भारतीय सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. सरकार की ओर से अब तक किसी तरह की अतिरिक्त जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन उच्चस्तरीय बैठकें चल रही हैं और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है.
पाकिस्तान की वायु रक्षा इकाइयों के मुख्यालय-9 वायु रक्षा मिसाइल लांचर्स को भारी क्षति पहुंची है: सूत्र pic.twitter.com/jWXPn3ubjM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2025
पाकिस्तान के HQ-9 एयर डिफेंस मिसाइल लांचर्स को भारी नुकसान हुआ है. HQ-9 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम पाकिस्तान की प्रमुख वायु रक्षा प्रणालियों में से एक है. यह लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) प्रणाली है, जिसे विभिन्न प्रकार के हवाई खतरों से बचाव के लिए डिजाइन किया गया है. पाकिस्तान ने इसे अपनी सीमा की सुरक्षा बढ़ाने और दुश्मन के हवाई हमलों का मुकाबला करने के लिए अपनी वायु रक्षा प्रणाली में शामिल किया है. इस मिसाइल प्रणाली की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, इसके नुकसान को पाकिस्तान की रक्षा क्षमता के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.