
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया. इस हमले में अब तक 28 नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा और भयावह नागरिकों पर हमला माना जा रहा है. यह आतंकी हमला बैसरण नाम की एक हरी-भरी घाटी में हुआ, जो केवल पैदल या टट्टू से ही पहुंची जा सकती है. यहां सुबह-सुबह कई राज्यों से आए पर्यटक विशेषकर कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात से प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने पहुंचे थे. तभी अचानक गोलियों की बौछार हुई और दहशत का माहौल बन गया.
अमित शाह पहुंचे श्रीनगर
हमले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और तुरंत "उचित कार्रवाई" करने को कहा. इसके बाद अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और सीधे राजभवन में हालात की समीक्षा की. राजभवन में हुई बैठक में जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात ने शाह को विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका भी मौजूद थे.
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ग्रुप "द रेजिस्टेंस फ्रंट" ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साये में काम करने वाला समूह "द रेजिस्टेंस फ्रंट" (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह समूह पहले भी घाटी में कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है. सुरक्षा एजेंसियां इस संगठन पर पहले से नजर बनाए हुए थीं, लेकिन इस हमले ने फिर से इसके खतरे को उजागर कर दिया है.
यह हाल के वर्षों का सबसे बड़ा हमला: उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि यह हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे भयावह आतंकी हमला है. उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
मुंबई में भी बढ़ाई गई सुरक्षा, अलर्ट पर शहर
कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले के बाद मुंबई में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. सभी महत्वपूर्ण स्थानों, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
पुणे के दो लोग घायल
इस हमले में पुणे के दो पर्यटक भी घायल हुए हैं जिन्हें गोली लगी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने जम्मू-कश्मीर सरकार से अनुरोध किया है कि घायलों को तुरंत बेहतर चिकित्सा सहायता दी जाए और परिजनों को हरसंभव सहयोग मिले.