प्रयागराज, 29 नवंबर: प्रयागराज पुलिस और विशेष अभियान समूह (एसओजी) की संयुक्त टीम ने शहर के फाफामऊ क्षेत्र में एक दलित परिवार के चार सदस्यों की निर्मम हत्या के मामले में उसी समुदाय के एक कथित आरोपी को गिरफ्तार किया है. कथित आरोपी की पहचान थरवई निवासी पवन के रूप में हुई है. फाफामऊ थाना क्षेत्र के गोरही मोहनगंज गांव में 25 नवंबर को एक दलित दंपति अपनी नाबालिग बेटी और बेटे के साथ अपने घर के अंदर मृत पाए गए थे. MP Shocking: पत्नी तलाक के लिए कर रही थी एक करोड़ की मांग, पति ने नदी में कूदकर दी जान, शव बरामद
पुलिस ने बताया कि आरोपी पवन कुमार सरोज ने परिवार की बेटी द्वारा ठुकराए जाने पर निमर्म हत्या को अंजाम दिया. युवक ने हत्या करने से पहले उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म भी किया था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले को सुलझाने के लिए टीम ने मृत युवती के मोबाइल फोन की जांच की जिसमें कथित आरोपी द्वारा किए गए व्हाट्सएप के मैसेज मिले. अतिरिक्त महानिदेशक (प्रयागराज जोन) प्रेम प्रकाश ने मीडिया को बताया कि, "युवती के मोबाइल में व्हाट्सएप के मैसेज मिलने के बाद आरोपी की खोजबीन शुरू हुई तो उसकी पहचान थरवई निवासी पवन के रूप में की गई. "
जब पुलिस ने पवन को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने कहा कि वह लंबे समय से लड़की का पीछा कर रहा था लेकिन लड़की ने उसने उसे नजरअंदाज कर दिया. उसके व्यवहार से परेशान होकर उसने अपराध को अंजाम देने की बात कही है. पुलिस ने दावा किया कि गठित टीम घटना के संबंध में और तथ्य जुटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कथित आरोपी पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहा था और पुलिस को लगातार गुमराह करने की कोशिश कर रहा था.
पुलिस के अनुसार, पवन ने कबूला है कि उसने लड़की को दोस्ती करने के लिए मजबूर किया लेकिन उसने उसके साथ दोस्ती करने से मना कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खून से सने शर्ट को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. इस बीच, पुलिस ने कहा कि घटना के संबंध में पाक्सो अधिनियम की धारा 147, 148, 149, 302, 376 (डी) और 3/4 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
हालांकि, परिवार के सदस्यों ने मामले को लेकर दावा किया था कि चार हत्याएं गांव के कुछ उच्च जाति के लोगों ने मिलकर की थी, जिनका संपत्ति विवाद को लेकर विवाद चल रहा था. बता दें कि इस निर्मम हत्या को लेकर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने सड़क पर उतरकर राज्य में 'बिगड़ती कानून व्यवस्था' को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं.