Omicron Variant: कितना खतरनाक है कोरोना का नया वेरिएंट 'ओमिक्रॉन', क्या हैं लक्षण- यहां पढ़ें डिटेल्स
कोविड-19 टेस्ट (Photo Credits: PTI)

साउथ अफ्रीका में मिला कोरोना (COVID-19) का नया वेरिएंट दुनियाभर में चिंता का विषय बन गया है. कोरोना के इस नए वेरिएंट को ओमिक्रॉन (Omicron) का नाम दिया है. WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कन्सर्न' श्रेणी में रखा गया है. इसका मतलब यह है कि कोरोना वायरस के इस नए प्रकार को लेकर चिंता जताई गई है और आने वाले दिनों में इस पर खास नजर रखी जाएगी. बताया जा रहा है कि यह डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक हो सकता है. Omicron Variant: कोरोना के नए स्‍ट्रेन को मिला 'ओमिक्रॉन' नाम, WHO ने जताई चिंता.

कोरोना का ये नया वेरिएंट 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में मिला था. WHO ने शुक्रवार को कहा था कि ओमिक्रॉन दक्षिण अफ्रीका के कई इलाकों में तेजी से फैल रहा है. WHO ने कहा कि चिंता की बात ये है कि कोरोना के इस वेरिएंट में तेजी से म्यूटेशन हो रहा है.

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नए वेरिएंट के प्रभाव को समझने में कुछ सप्ताह लगेंगे. फिलहाल वैज्ञानिक ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये कितनी तेज़ी से एक से दूसरे लोगों में फैल रहा है.

ओमिक्रॉन से कितना रिस्क

वैज्ञानिकों ने कहा है कि ओमाइक्रोन वैरिएंट में तेजी से म्यूटेशन हो रहा है. दक्षिण अफ्रीका के लगभग सभी प्रांतों में इस प्रकार के मामलों की संख्या बढ़ रही है. इससे पहले दुनिया में 'डेल्‍टा' वेरिएंट ने कहर बरपाया था. इस वेरिएंट के स्‍पाइक प्रोटीन में करीब 15 म्‍यूटेशंस मिले थे. वहीं 'ओमिक्रॉन' के स्‍पाइक प्रोटीन में 30 से ज्‍यादा म्‍यूटेशंस मिले हैं जो इसे कहीं ज्‍यादा संक्रामक और घातक बनाता है.

वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वेरिएंट डेल्टा से भी अधिक खतरनाक हो सकता है और संभव है कि इस पर वैक्सीन भी कम असरदार हो. हालांकि वैज्ञानिकों ने कहा है कि इसमें अभी रिसर्च की जरूरत है. इससे यह पता चल सके कि यह वेरिएंट किस तरह लोगों को संक्रमित कर सकता है.

क्या हैं लक्षण

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (NICD) ने कहा है कि "वर्तमान में B.1.1.529 वेरिएंट (Omicron) के संक्रमण के बाद कोई असामान्य लक्षण नहीं देखा गया है." अभी तक इसके नए लक्षण नहीं देखे गए हैं. कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिसमें शख्स में कोई लक्षण ही नहीं दिखे.

सावधान रहने की जरूरत

भारत में कोरोना के मामले पहले से काफी कम हो गए हैं, लेकिन देश पर तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है. कई इलाकों में कोरोना के मामलों में वृद्धि भी देखी गई है. ऐसे में सभी को सावधान रहने की जरूरत है. मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करें. हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.