ओडिशा पुलिस ने 18 महिलाओं से शादी करने वाले फर्जी डॉक्टर की बहन को किया गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

भुवनेश्वर, 23 फरवरी : ओडिशा पुलिस ने फर्जी डॉक्टर रमेश चंद्र स्वैन की बहन को उसकी कई शादियों में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी. रमेश ने खुद को डॉक्टर, स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी बताकर अलग-अलग राज्यों की कम से कम 18 महिलाओं से शादी की और उनसे लाखों रुपये ठगे. उसे 14 फरवरी को ओडिशा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दास ने कहा कि जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि रमेश की बहन ने कई महिलाओं से शादी करने में उसकी मदद की थी.

दास ने कहा, "हमने रमेश की बहन के साथ कुछ शिकायतकर्ताओं की वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल की व्यवस्था की, इस दौरान उन्होंने उसकी संलिप्तता की पुष्टि की. महिला (रमेश की बहन) ने रमेश को महिलाओं से शादी करते हुए उसकी फर्जी पहचान को मजबूत करने में मदद की." वह रमेश की शादी के वक्त भी मौजूद रही थी. इसलिए, हमने रमेश की बहन को शादी के दौरान उपहार में दिए गए कीमती सामान और अन्य सामानों का विवरण देने के लिए कहा है. डीसीपी ने बताया, पुलिस बुधवार को महिला को अदालत में पेश करेगी और रमेश की अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों में उसकी भूमिका के बारे में जानने के लिए उसकी रिमांड की मांग करेगी. पुलिस ने रमेश की बहन के पति की संलिप्तता पर शक करते हुए उसे पूछताछ के लिए बुलाया था. हालांकि वह फरार हो गया है. पुलिस को पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के लोगों से कई शिकायतें मिली हैं, जिन्हें रमेश ने धोखा दिया है. दास ने कहा कि उन्हें कोलकाता के एक व्यवसायी की शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि रमेश ने उनसे हैचरी मशीन ली थी और दावा किया था कि केंद्र सरकार उन्हें खरीद रही है. हालांकि, व्यवसायी को अभी तक भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है. डीसीपी ने कहा, "हमने केंद्रपाड़ा जिले के पटकुरा इलाके में रमेश के पोल्ट्री फार्म को सील कर दिया है, जहां ऐसी छह मशीनें लगाई गई हैं. मामले को आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया है." इसी तरह आंध्र प्रदेश के एक व्यापारी ने मंगलवार को यहां कमिश्नरेट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें रमेश पर साढ़े चार लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया था. स्वास्थ्य मंत्रालय की पर्यावरण शाखा की देखरेख कर रहे वरिष्ठ अधिकारी होने का दावा करते हुए रमेश ने नर्सरी से साढ़े चार लाख रुपये का ऑर्डर दिया और फर्जी चेक दिया. पुलिस ने कहा कि उसने ट्रक चालक को 6,500 रुपये का एक और नकली चेक भी दिया, जो पौधों को भुवनेश्वर लाया था.

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने रमेश की दूसरी पत्नी के नाम दर्ज एक फार्महाउस को सील कर दिया. फार्महाउस ढेंकनाल जिले के खुंटुनी क्षेत्र के पास स्थित 15-20 एकड़ भूमि में फैला हुआ है. दास ने कहा, "यदि आवश्यक हुआ, तो हम आंध्र प्रदेश के व्यवसायी को अपने पौधे की पहचान करने और उन्हें वापस ले जाने की अनुमति देंगे." इसके अलावा, जगतसिंहपुर जिले के एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि रमेश ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रवेश दिलाने में मदद करने के लिए उससे 18 लाख रुपये लिए थे. रमेश ने फर्जी दस्तावेज जमा कर अपने दो वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराया था. यह भी पढ़ें : Aadhaar, PAN Download: कहीं भी कभी भी आसानी से डाउनलोड करें ये दो महत्वपूर्ण दस्तावेज, जानें पूरा प्रोसेस

इसके लिए उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है. डीसीपी ने कहा, "आरोपी रमेश स्वैन की रिमांड आज खत्म हो रही है. जैसा कि हमें उसके खिलाफ लगभग 15 शिकायतें मिली हैं, हम रमेश की सात दिन की और हिरासत की मांग करेंगे." कमिश्नरेट पुलिस ने रमेश के खिलाफ दर्ज सभी शिकायतों की व्यापक जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. मैट्रिक फेल रमेश ने सुप्रीम कोर्ट के दो वकीलों, दिल्ली के स्कूल शिक्षक, पुलिस अधिकारी और डॉक्टर सहित कम से कम 18 मध्यम आयु वर्ग की अविवाहित महिलाओं से शादी की थी और उन्हें छोड़ने से पहले उनके पैसे हासिल किए थे. रमेश ने महिलाओं से जीवनसथी डॉट कॉम, शादी डॉट कॉम और भारतमैट्रिमोनीडॉट कॉम जैसी वैवाहिक साइटों के जरिए शादी की. दिलचस्प बात यह है कि रमेश ने अपने मोबाइल फोन में पत्नियों के नंबर- पत्नी एक, पत्नी डॉक्टर, पत्नी भिलाई, पत्नी शिक्षक, पत्नी गुवाहाटी, पत्नी बैंगलोर, पत्नी ढेंकनाल, पत्नी जगतसिंहपुर आदि के नाम से सहेजे (सेव) किये हुए हैं.